राजस्थान

खदान में नहाने गए दो भाई, एक डूबा

Admin4
28 Sep 2023 12:02 PM GMT
खदान में नहाने गए दो भाई, एक डूबा
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कोटा। रामगंज मंडी के औद्योगिक क्षेत्र में बंद खदाने गहरी होने से जानलेवा साबित हो रही है। मंगलवार को दो भाई बंद खदान में नहाने गए। जिनमें एक एक डूब गया। पुलिस और ग्रामीणों ने युवक को तलाश की कोशिश की, लेकिन खदान गहरी होने से युवक डीप में चला गया। ऐसे में बुधवार सुबह कोटा SDRF ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। करीब 2 घंटे के ऑपरेशन में SDRF को सफलता मिली। युवक का शव बाहर निकाला।झालवाड़ के अकलेरा निवासी रामविलास पुत्र जगन्नाथ के शव को सुकेत हॉस्पिटल की मोर्च्युरी में रखवाया गया है। परिजनों के आने पर दोपहर 3 बजे पोस्टमार्टम किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर 3 बजे करीब रामविलास (28) उसका बड़ा भाई नंदकिशोर और एक अन्य युवक ने शराब पार्टी की। जिसके बाद तीनो ने हरियाखेड़ी में बंद खदान में नहाने का प्लान बनाया।तीनो नहाने के लिए खदान में उतर गए। नहाने के दौरान करीब 30 मिनट बाद रामविलास तैरते-तैरते खदान के बीच में पहुंच गया। जहां से अचानक से डूब गया।हालांकि साथियों ने उसे ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन वो असफल रहे। जिसके बाद पुलिस सहित ग्रामीणों की मदद से सर्चिंग की गई। लेकिन खदान ज्यादा गहरी होने से युवक का पता नहीं चला। जिसके बाद मंगलवार देर रात SDRF कोटा को सूचना दी गई। SDRF की टीम ने बुधवार सुबह करीब 6 बजे घटनास्थल पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। दो गोताखोरों ने करीब 30 मिनट तक खदान की गहराई में युवक को सर्च किया। जो किसी बड़े पत्थर में अटका हुआ था। करीब 2 घंटे के ऑपरेशन के बाद टीम ने रामविलास के शव को बाहर निकाल लिया7
रामविलास और उसका भाई नंद किशोर के साथ कोटा स्टोन की फैक्ट्री में मजदूरी का काम करता था। मृतक अवैवाहित था। एक साल पहले ही गांव अकलेरा (झालावाड़) से भाई के साथ फैक्ट्री में काम करने लिए कोटा आया था। रामगंज मंडी क्षेत्र के चारों तरफ आबादी के पास ही कई बंद खदाने है। जो करीब 500-700 फीट गहरी है। जिसमें इस साल कही हादसों में आमजन की जान गई है। पिछले साल ही इसी खदान में एक युवक के डूबने से मौत हुई थी। जिसके बाद भी माइनिंग विभाग ने खदान को बंद करने और सीज की कार्रवाई नहीं की। माइनिंग की लापरवाही के चलते कही खदानों में बरसाती जल भराव हो रहा है। जबकि खदान में माल निकलने के बाद उसे भरने का नियम है। लेकिन फिर भी बंद खदाने में हादसे हो रहे है।
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