राजस्थान

दबंगों से परेशान व्यापारी ने पेड़ से लगाई फांसी

Admin4
15 Jun 2023 7:15 AM GMT
दबंगों से परेशान व्यापारी ने पेड़ से लगाई फांसी
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जैसलमेर। जैसलमेर दबंगों से परेशान होकर व्यवसायी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव खेत में पेड़ पर लटका मिला। मरने से पहले उसने अपने भाई को व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। इसमें उस पर 7 लोगों के नाम लिखकर परेशान करने का आरोप लगाया गया है। व्यापारी गोपीराम (38) जैसलमेर के मोहनगढ़ क्षेत्र का रहने वाला था। उसके बड़े भाई घेवरचंद ने बताया कि गोपीराम ने सुथार मंडी में 13 दुकानें खरीदी थीं। इसमें से 10 दुकानें अचार खां और निजाम खां को बेच दी गईं। गोपीराम बाकी बची 3 दुकानों को किसी और को बेचने वाला था, लेकिन अचार खान और निजाम खान उस पर दुकान बेचने का दबाव बना रहे थे.
उसने धमकी दी कि दुकान पुराने रेट पर ही देनी होगी। वे किसी और को उन्हें बेचने नहीं देंगे। गोपीराम ने दुकानों का सौदा कर लिया था। ऐसे में दबंगों के दबाव से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। बड़े भाई घेवरचंद ने बताया कि मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे के बाद व्हाट्सएप पर गोपीराम का मैसेज आया, जिसमें लिखा था- मैं आत्महत्या कर रहा हूं. सुसाइड नोट में 7 लोगों के नाम लिखकर मौत का जिम्मेदार बताया। अंत में लिखा कि, अपनी पत्नी और 4 बेटियों को न्याय दिलाने के लिए। घेवरचंद ने बताया कि सुसाइड नोट देखकर वह डर गया। छोटे भाई को फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया। पुलिस को सूचना देने के बाद उन्होंने उसकी तलाश शुरू की तो शाम 4 बजे के करीब उसका शव सुथरमंडी से 2 किमी दूर खेत में पेड़ से लटका मिला.
मोहनगढ़ थाना प्रभारी पुखाराम ने बताया कि मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है. मृतक के भाई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया गया है। सुसाइड नोट में अचार खान, निजाम खान, अशोक पारीक, सद्दाम, रोज खान, कांजी व समुंद्र सिंह आदि पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. सात की तलाश की जा रही है। आरोपी अभी फरार हैं। गोपीराम बीकानेर के लूणकरणसर के कागासर गांव के रहने वाले थे। वर्ष 2008 में वह बीकानेर से मोहनगढ़ में रहने लगा। गोपीराम होटल, किराना, रेडीमेड कपड़े और फसल आदि खरीदता था। उसका काम अच्छा चल रहा था। उसके परिवार में उसकी पत्नी समेत 4 लड़कियां हैं, जिनकी वह देखभाल करता था।
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