राजस्थान

लंबे समय से चली आ रही समस्या का हुआ निराकरण निगम क्षेत्र के बाहर युआईटी क्षेत्र में भी निगम करेगा घर-घर कचरा

Tara Tandi
8 Aug 2023 1:58 PM GMT
लंबे समय से चली आ रही समस्या का हुआ निराकरण निगम क्षेत्र के बाहर युआईटी क्षेत्र में भी निगम करेगा घर-घर कचरा
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जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल पर्यटन नगरी उदयपुर को क्लीन सिटी बनाने के लिए मिशन मोड पर कार्य कर रहे हैं। मंगलवार को जिला कलक्टर पोसवाल ने नगर निगम उप महापौर पारस सिंघवी एवं आयुक्त मयंक मनीष के साथ मिलकर मंगलवार सुबह शहर का मैराथन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नगर निगम क्षेत्र के बाहर युआईटी क्षेत्र के सभी चार जोन में सड़क किनारे कचरे के ढेर देखकर असंतोष व्यक्त करते हुए अधिकारियों को उदयपुर शहर को स्वच्छ बनाने के लिए हाथों हाथ विस्तृत कार्य योजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए। कुछ ही देर में महापौर जी एस टांक, उप महापौर पारस सिंघवी और आयुक्त मयंक मनीष के साथ बैठक की और अहम निर्णय लिए।
अब नगर निगम के बाहर न्यास क्षेत्र में भी निगम करेगा सफाई
निरीक्षण के पश्चात जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने नगर निगम के महापौर जी एस टांक, उप महापौर पारस सिंघवी एवं निगम आयुक्त मयंक मनीष से विस्तृत चर्चा कर अहम निर्णय लिए।
तय निर्णय अनुसार नगर निगम के बाहर नगर विकास न्यास क्षेत्र के जोन 1 एवं 2 के कचरा संग्रहण के टेंडर नगर निगम करेगा। ऐसे ही युआईटी जोन 3 एवं 4 के टेंडर नगर निगम को स्थानांतरित करेगा। इस प्रकार अब होगा यह कि नगर निगम के बाहर न्यास क्षेत्र में भी कचरा संग्रहण का समस्त कार्य नगर निगम द्वारा किया जाएगा और उसका शत प्रतिशत खर्च युआईटी द्वारा वहन किया जाएगा। ऐसा होने से इन क्षेत्रों में कचरा संग्रहण के कार्य में होने वाली लेट-लतीफी दूर होगी और शहरवासियों को राहत मिलेगी। निगम द्वारा अपने 70 वार्डों में पहले से ही घर-घर कचरा संग्रहण एवं सफाई कार्य किया जा रहा है। अब न्यास क्षेत्र में भी सफाई पूरा जिम्मा निगम के हाथ में होगा। ऐसे में शहर की स्वच्छता में चार चांद लगेंगे और पेशो-पेश की स्थिति दूर होगी।
पूर्ण पारदर्शिता के साथ करें सफाई कार्य -कलक्टर
जिला कलक्टर ने समूचे शहर में घर-घर कचरा संग्रहण के कार्य को पूरी पारदर्शिता के साथ करने के निर्देश दिए हैं। कचरा संग्रहण वाहनों की अब प्रभावी मोनिटरिंग की जाएगी एवं तय समय पर कचरा संग्रहण हेतु निर्धारित स्थानों पर पहुंचेंगे। कलक्टर ने कहा है कि अभियान को मिशन मोड पर लिया जाकर उदयपुर शहर को सर्वाधिक स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में काम किया जाए। कलक्टर ने निर्देश दिए हैं कि सड़क किनारे या खाली भूखण्डों पर कचरा फैलने की प्रवृति पर हर हाल में लगाम लगनी चाहिए।
कलेक्ट्रेट से रवाना हुआ कारवां, शहर के अंतिम छोर तक का लिया जायजा
जिला कलक्टर पोसवाल सफाई व्यवस्था का जायजा लेने सुबह अधिकारियों के काफिले के साथ कलक्ट्रेट से रवाना हुए। इस दौरान नगर निगम के उप महापौर पारस सिंघवी, आयुक्त मयंक मनीष, युआईटी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता संजीव शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण साथ रहे। कलक्टर ने शोभागपुरा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय के बाहर तथा मेघवाल समाज छात्रावास के बाहर सड़क किनारे कचरा डंप किए जाने की स्थिति देखकर समस्या का जायजा लिया।
इसके पश्चात गरीब नवाज कॉलोनी, ज्योतिनगर, शोभागपुरा 100 फीट रोड़, मीरानगर, मीनानगर 100 फीट रोड़, नवरतन कॉम्प्लेक्स क्षेत्र, भुवाणा रोड़ तथा श्रीनाथ कॉलोनी पुलां क्षेत्र का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इन इलाकों में सड़क किनारे पडे या इधर उधर फैले कचरे को तुरंत साफ करने के निर्देश दिए।
तत्काल सफाई कराने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान कई स्थलों पर सड़क किनारे कचरे के ढेर लगे हुए मिले। कलक्टर ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को स्पष्ट किया कि पर्यटन नगरी में इस तरह की गंदगी का आलम बिल्कुल ही स्वीकार्य नहीं है। कलक्टर पोसवाल ने निगम में सफाई कार्य से जुड़े अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से इन सभी स्थानों को चिह्नित करते हुए सफाई से पहले और सफाई के बाद के फोटो उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही कलक्टर ने आमजन को सड़क पर कचरा नहीं फेंकने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान किया आमजन से संवाद
निरीक्षण के दौरान कलक्टर पोसवाल, उप महापौर सिंघवी एवं आयुक्त मयंक मनीष ने शोभागपुरा, गरीब नवाज कॉलोनी, श्रीनाथ कॉलोनी आदि स्थलों पर दुकानदारों तथा आमजन से संवाद किया। उन्होंने कचरा संग्रहण वाहनों की नियमितता के संबंध में जानकारी ली। जिला कलक्टर ने कहा कि व्यवस्थागत सुधार का काम प्रशासन कराएगा लेकिन नैतिक तौर पर आमजन को भी समझना होगा। उन्होंने कहा कि उदयपुर शहर को स्वच्छ बनाने में सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने आमजन सहित सभी व्यापारियों आदि से स्वच्छता में सहयोग करते हुए किसी भी प्रकार का कचरा सड़कों पर नहीं फेंकने की अपील की।
सीवरेज के लिए डीपीआर बनाने के निर्देश
जिला कलक्टर ने नवरतन क्षेत्र की आवासीय सोसायटीज का अवलोकन करते हुए वहां सीवरेज सिस्टम की जानकारी ली। इस पर निगम अधिकारियों ने अवगत कराया कि इस क्षेत्र में सीवरेज प्लान नहीं है, सोसायटी डवलपर्स ने ब्लॉक वाइज सैप्टिक टैंक बना रखे हैं। इस पर जिला कलक्टर ने कहा कि यह पर्याप्त नहीं है। आने वाले कुछ ही सालों में यहां सीवरेज की बड़ी समस्या सामने आएगी इसलिए जरूरी है समय रहते इस पर काम हो।
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