राजस्थान

झोलाछाप डाॅक्टर की लापरवाही से गई मासूम की जान

Admin4
30 Sep 2022 2:02 PM GMT
झोलाछाप डाॅक्टर की लापरवाही से गई मासूम की जान
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राजस्थान की बड़ी खबर बाडमेर जिले से सामने आई है। बाड़मेर में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक 13 साल की मासूम की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गलत इंजेक्शन लगाने के दौरान अचानक बच्ची की तबीयत बिगड़ गई और कुछ देर में मुंह में झाग निकलने लगे। इस पर परिजन झोलाछाप डॉक्टर के यहां से बाड़मेर इलाज के लिए रवाना हुए, लेकिन बीच रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार इसी झोलाछाप के कारण छह महीने पहले एक और बच्चे की मौत हुई थी।

मामला बाड़मेर जिले के धनाऊ थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार मीठे का तला निवासी लाधाराम ने चौहटन थाने में एक झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि उसकी पोती धुड़ी को तीन दिन से बुखार था। इस पर वे गांव में ही डॉक्टर हीराराम के यहां ले गए। फर्जी डॉक्टर ने बच्ची को ड्रिप लगाई और कई बार एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिए। तीन घंटे तक क्लिनिक में इलाज करने के दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। कुछ देर में बच्ची के मुंह से झाक निकलने लगे। यह देखकर परिजन घबरा गए और बच्ची का बाड़मेर में इलाज करने के लिए निकले, लेकिन 22 किलोमीटर पहले ही नींबड़ी गांव के पास मासूम की मौत हो गई। इधर, इस घटना के बाद से फर्जी डॉक्टर भी फरार है।

बच्ची की मौत के बाद वे दोबारा गांव पहुंचे और सीधे क्लिनिक गए, लेकिन, यहां क्लिनिक बंद मिला। बच्ची की मौत की सूचना मिलने पर अन्य परिजन व ग्रामीण भी शामिल हो गए और शव रख धरने पर बैठ गए। परिजन आरोपी फर्जी डॉक्टर की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। रात करीब 10 बजे धनाऊ पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाया।परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामल दर्ज कर आरोपी झोलाछाप डॉक्टर की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि बच्ची के पिता की 10 साल पहले मौत हो गई थी। थानाधिकारी मीठाराम के मुताबिक बच्ची के शव को चौहटन मॉर्च्युरी में रखवाया है। शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है।

न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan

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