रामपुर | अलवर के बानसूर में रामपुर गांव निवासी ITBP हेड कांस्टेबल भूप सिंह का पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने तिरंगा यात्रा निकालकर जवान को सम्मान के साथ ले जाकर अंतिम संस्कार किया। इस दौरान 'भूप सिंह मीणा अमर रहे' के जयकारों से बानसूर गूंज उठा।
दिल्ली में गोली मारकर हत्या के शिकार हुए दिवंगत ITBP हेड कांस्टेबल भूप सिंह के सम्मान में बानसूर का रामपुरा गांव उमड़ पड़ा। उनका पार्थिव देह को ग्रामीणों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इस दौरान कस्बे के व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। जवान भूप सिंह का शव देर रात उनके गांव पहुंचा। तो परिजनों में कोहराम और चीख पुकार मच गई। शुक्रवार दोपहर को सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। आईटीबीपी के अधिकारियों और उनके साथ आई टुकड़ी के जवानों ने उनकी देह को सलामी दी।
सुबह ग्रामीणों और परिजनों ने हेड कांस्टेबल भूप सिंह को शहीद का दर्जा देने और हत्या के आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। इस दौरान आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि आईटीबीपी अपने जवान के परिवार के साथ है। जो भी सहायता होगी की जाएगी।
21 जून बुधवार को हेड कांस्टेबल भूप सिंह मीणा की सेकेंड आईसी के अधिकारी लोकपाल सिंह के बेटे दिग्विजय सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हेड कांस्टेबल भूपसिंह अधिकारी के यहां कुक का काम करता था।