राजस्थान

मुख्यमंत्री ने पालनहार योजना के लाभार्थियों से किया संवाद, जिले के लाभार्थियों को 2 करोड़ 27 लाख 21 हजार रूपए हस्तांतरित

Tara Tandi
3 July 2023 2:17 PM GMT
मुख्यमंत्री ने पालनहार योजना के लाभार्थियों से किया संवाद, जिले के लाभार्थियों को 2 करोड़ 27 लाख 21 हजार रूपए हस्तांतरित
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मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को अपने आवास से प्रदेश के अनाथ व निराश्रित बच्चों व उनके पालनहारों से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सीधा संवाद करते हुए बच्चों से उनके भावी जीवन के सपनों को लेकर सवाल किए तथा इन्हें साकार करने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आष्वासन दिया।
मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की पालनहार योजना से जुडे़ प्रदेशभर के बच्चों से लाभार्थी उत्सव के तहत संवाद करते हुए उनके पालनहार खातों में जून व जुलाई माह की करीब डेढ सौ करोड़ रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधी हस्तातंरित की। बारां जिले में जून माह के लिए 9,142 लाभार्थियों को 93 लाख तथा जुलाई माह के लिए 9,037 लाभार्थियों को 1 करोड 34 लाख 21 हजार रूपए तथा कुल 2 करोड़ 27 लाख 21 हजार रूपए की राशि हस्तांतरित की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पालनहारों से बातचीत करते हुए बच्चों के पालन-पोषण के बारे में जानकारी लेते हुए सुझाव मांगे तथा कहा कि अनाथ बालकों के लिए संचालित इस योजना से उनका भविष्य संवरेगा। जुलाई माह से योजना की राशि में बढोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा आमजन को संबल प्रदान करने की है। वर्तमान में मंहगाई राहत शिविरों से लोगों को भीषण मंहगाई के हालातों में दस योजनाओं के माध्यम से राहत दी जा रही है। सभी को 25 लाख रूपए तक का इलाज भी मुफ्त मिल रहा है।
लाभार्थी उत्सव के तहत जिला मुख्यालय पर जिला परिषद भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिले के लाभार्थी बालकों व उनके पालनहारों ने भाग लिया तथा वॉल एलईडी स्क्रीन के माध्यम से मुख्यमंत्री के लाइव संवाद से जुडे़। उत्सव में पालनहार योजना पर वीडियो फिल्म तथा मंहगाई राहत कैम्प पर फिल्म का प्रदर्षन भी किया गया। कार्यक्रम में विधायक पानाचन्द मेघवाल, जिला कलक्टर नरेन्द्र गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेटा, उपखण्ड अधिकारी दिवांषु शर्मा, जिला रसद अधिकारी रजत विजयवर्गीय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेषक अमल चौधरी, एसीपी डीओआईटी रामकुमार बाथम सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारी आदि मौजूद थे।
- राज्य स्तरीय पालनहार लाभार्थी संवाद, कार्यक्रम बच्चों के सपने साकार करना हम सभी का दायित्व - मुख्यमंत्री
- लाभार्थियों ने कहा - आप प्रदेश के बच्चों के पालनहार,
- मुख्यमंत्री ने 5.91 लाख से अधिक लाभार्थियों के बैंक खातों में किए 146.74 करोड़ रुपए हस्तांतरित
- जून माह के 59.38 करोड़ रुपए और जुलाई माह के 87.36 करोड़ रुपए का पहुंचाया लाभ
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रदेश के 5.91 लाख से अधिक पालनहार लाभार्थियों के बैंक खातों में 146.74 करोड़ रुपए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से हस्तांतरित किए। इसमें जून माह के 5,92,630 लाभार्थियों कोे 59.38 करोड़ रुपए और जुलाई माह के 591730 लाभार्थियों को 87.36 करोड़ रुपए की सहायता राशि दी।
श्री गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर राज्य स्तरीय लाभार्थी संवाद समारोह में कहा कि 9 श्रेणियों में लाभार्थियों को सहायता पहुंचाई जा रही है। सहयोग राशि बढ़ाने से लगभग 300 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा। उन्होंने कहा कि गत सरकार में शुरू पालनहार योजना को बंद करने के बजाय हमने सहायता राशि और श्रेणियों में बढ़ोतरी की है। इससे परिवार में ही बच्चों की समुचित देखरेख, संरक्षण एवं शिक्षा सुनिश्चित हो रही है। ये बच्चे बड़े होकर प्रदेश और देश की उन्नति में अपना अहम योगदान देंगे।
उन्होंने कहा कि यह योजना एक अभिनव पहल है। इसे और मजबूत बना रहे है। हम सभी की जिम्मेदारी है कि एक भी पात्र बच्चा योजना से वंचित नहीं रहे।
एक भी पात्र बच्चा वंचित नहीं रहे
मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से संवाद में कहा कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सुनहरे सपनों को साकार करने की हम सभी की जिम्मेदारी है। राज्य सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में पढ़ाए। मुख्यमंत्री अनुप्रति निःशुल्क कोचिंग योजना में तैयारी कराकर उन्हें आगे बढ़ाए। राज्य सरकार द्वारा राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना के जरिए होनहार बच्चों को विदेश में अध्ययन करने के लिए भेजा जा रहा है।
सामाजिक सुरक्षा कानून लागू करें प्रधानमंत्री
श्री गहलोत ने कहा कि पूर्ववर्ती केंद्र सरकार ने खाद्य, रोजगार, शिक्षा और सूचना का अधिकार पूरे देश में एक समान लागू किया। उसी तरह हमने राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत न्यूनतम एक हजार रुपए का प्रावधान किया है। अब केंद्र सरकार भी पूरे देश में सामाजिक सुरक्षा कानून लागू कर जरूरतमंदों को आर्थिक सम्बल प्रदान करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के अधिकार (आरटीएच) से प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी ली है। इसे और मजबूत करेंगे।
मुख्यमंत्री का लाभार्थियों से संवाद
मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के बच्चों से उनके भविष्य को लेकर संवाद किया। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों की भावनाओं पर उन्हें प्रोत्साहित कर कहा कि आप पढ़ाई करें। आपके सपनों को पूरा करने में सरकार कोई कमी नहीं रखेगी। वहीं, लाभार्थियों ने जनकल्याणकारी योजनाओं और पालनहार योजना में बढ़ी हुई राशि सीधे खातों में पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। श्री गहलोत ने कहा कि महंगाई राहत कैम्पों में भी पंजीयन कराकर योजनाओं का लाभ लें।
समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री टीकाराम जूली ने कहा कि यह योजना नाममात्र की नहीं, बल्कि इसके जरिए लगभग 6 लाख बच्चों का लालन-पोषण किया जा रहा है। राज्य सरकार ने इस वर्ग की पीड़ा को समझते हुए सहायता राशि में बढ़ोतरी की है।
समारोह में स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्री शांती कुमार धारीवाल, कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी, सार्वजनिक निर्माण मंत्री श्री भजन लाल जाटव, युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री श्री अशोक चांदना, राजस्थान राज्य केशकला बोर्ड के अध्यक्ष श्री महेन्द्र गहलोत, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता बेनीवाल, ओबीसी वित्त एवं विकास कॉर्पाेरेशन के अध्यक्ष पवन गोदारा, विधायक श्रीमती गंगा देवी, श्री आलोक बेनीवाल, श्री नरेंद्र बुड़ानिया, सामाजिक कार्यकर्ता श्री निखिल डे, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, पालनहार के लाभार्थी सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों से लाभार्थी, जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासनिक अधिकारी जुड़े।
पालनहार योजना की पात्र श्रेणियां
अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड, आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही विधवा माता के बच्चे, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे, एच.आई.वी.एड्स से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, कुष्ठ रोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चे, नाता जाने वाली माता के बच्चे, विशेष योग्यजन माता-पिता के बच्चे, पेंशन प्राप्त कर रही तलाकशुदा अथवा परित्यक्ता महिला के बच्चे, सिलिकोसिस पीड़ित माता-पिता के बच्चे।
अनुदान राशि का प्रावधान
अनाथ श्रेणी के 0-6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह और 6-18 आयु वर्ग तक के बच्चों के लिए 2500 रुपये प्रतिमाह। राज्य सरकार की बजट घोषणा 2023-24 के अनुसार पालनहार योजना में अनाथ श्रेणी के अतिरिक्त अन्य श्रेणी के 0 से 6 वर्ष उम्र के बच्चों के लिए 750 रुपए प्रतिमाह और 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए 1500 रुपए प्रतिमाह सहायता राशि दी गई। साथ ही कपड़े, स्वेटर, जूते आदि के लिए हर वर्ष 2000 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। (विधवा और नाता श्रेणी को छोड़कर)। इस योजना की सबसे जरूरी शर्त बच्चों का आंगनबाड़ी या विद्यालय जाना अनिवार्य है।  
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