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राजस्थान के सात जिले हुए इस बीमारी से प्रभावित, प्रदेश के पशुओ में तेजी से फैली लिम्पी बीमारी

Gulabi Jagat
1 Aug 2022 8:44 AM GMT
राजस्थान के सात जिले हुए इस बीमारी से प्रभावित, प्रदेश के पशुओ में तेजी से फैली लिम्पी बीमारी
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राजस्थान न्यूज
राजस्थान की इस वक्त की बड़ी खबर में आपको बता दें कि पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान में हजारों पशुओ में संक्रामक गांठदार त्वचा रोग तेजी से फ़ैल रहा है। यहां लगभग 1,200 पशु इस बीमारी से मर चुके हैं। ये बीमारी इस क्षेत्र में तेज गति से फैल रही है। राजस्थान के करीब सात जिले इस बीमारी से प्रभावित है। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि तीन महीने की अवधि में लगभग 25 हजार पशुओ में संक्रमण फैल गया है। अकेले जोधपुर जिले में पिछले दो सप्ताह में 254 मवेशियों ने इस बीमारी के कारण दम तोड़ दिया है। इस बीमारी के संक्रमण के गंभीर प्रसार को देखते हुए पशुपालन विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में डॉक्टरों की टीमों को जुटाया है और पशुपालकों को सलाह दी है कि वे अपने मवेशियों को संक्रमित होने से बचाने के लिए अलग-थलग रखें।
पशुपालन विभाग ने कहा है कि अफ्रीका में पैदा हुई यह बीमारी अप्रैल में पाकिस्तान के रास्ते भारत में आई थी। पशु पशुपालन विभाग के उप निदेशक और रोग नियंत्रण डॉ अरविंद जेटली ने बताया कि शुरुआत में, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिलों में संक्रमण फैला था, लेकिन ये अब जोधपुर, जालोर, नागौर, बीकानेर, हनुमानगढ़ और क्षेत्र के अन्य जिलों में फैल गया है। उन्होंने कहा कि हमारी टीमें पहले से ही प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही हैं। ये बीमारी मुख्य रूप से गायों, विशेष रूप से देशी गायों को प्रभावित कर रही है और अब तक करीब 25 हजार गोवंश प्रभावित हुए हैं। कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली गायों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण अन्य रोग आक्रमण करते हैं और पशु की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि गांठ रोग का कोई इलाज या टीका नहीं है और लक्षणों के अनुसार उपचार दिया जाता है।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों का एक दल पश्चिमी राजस्थान में गायों में फैलने वाली बीमारी का अध्ययन करने और इसे रोकने के उपायों के लिए भेजा गया था। उन्होंने ट्वीट किया कि वैज्ञानिकों की सलाह के मुताबिक केंद्र सरकार इसके इलाज के लिए जरूरी कदम उठाएगी। केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार किया कि इस बीमारी के कारण बड़ी संख्या में गायों की मौत और किसानों को परेशानी हुई है।



Source: aapkarajasthan.com



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