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कोटा। कोटा राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू), कोटा के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के मामले में रोज नए आरोप लग रहे हैं। अब यह बात सामने आई है कि प्रोफेसर छात्रों के मोबाइल डीपी पर नजर रखते थे। वह छात्रों के फूल-पत्ते की डीपी देखकर ग्रुप में अच्छी फोटो खींचकर डीपी पर लगाने की सलाह देता था। छात्र डीपी पर अपनी अच्छी फोटो लगाते थे, फिर प्रोफेसर उसका स्क्रीन शॉट लेते थे। एसआईटी की टीम ने प्रोफेसर गिरीश परमार का मोबाइल जब्त किया है। जांच के दौरान उसके मोबाइल से कई छात्रों के डीपी के स्क्रीन शॉट मिले हैं. वहीं, दूसरे दिन भी राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय पहुंची और जांच की। आयोग के सदस्यों ने एसआईटी के साथ छात्रों और स्टाफ के सदस्यों से पूछताछ की। आयोग के सदस्य रविवार शाम करीब पांच बजे जांच पूरी कर रवाना हुए।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छात्राओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम को खुलकर आपबीती सुनाई है. साथ ही संरक्षा और सुरक्षा की खामियों की जानकारी दी है। आयोग की टीम ने विवि में सुरक्षा, सुरक्षा व सीसीटीवी कैमरों को लेकर चिंता जताई है। साथ ही गर्ल्स हॉस्टल की ओर रोशनी की कमी महसूस की। डीएसपी अमर सिंह, एडिशनल एसपी व एसआईटी प्रभारी उमा शर्मा के साथ दो दिनों तक विवि में छात्रों व स्टाफ के बयान भी दर्ज करा चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी की टीम ने 10 छात्रों व अन्य स्टाफ के बयान लिए हैं. डीएसपी व एसआईटी टीम के सदस्य अमर सिंह ने बताया कि आरटीयू को लेकर दो छात्राओं ने मामला दर्ज कराया था. दोनों मामलों में जांच जारी है। रविवार को भी आरटीयू परिसर में छात्रों के बयान लिए गए हैं। एक छात्रा ने तहरीर दी थी, उस शिकायत की जांच की जा रही है।
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने 20 दिसंबर को दादाबाड़ी थाने में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के खिलाफ तहरीर दी थी। छात्राओं ने गिरीश परमार पर कम नंबर देने, फेल होने, शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था. बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र ने रिपोर्ट में लिखा था कि पहले एसोसिएट प्रोफेसर फेल हो गया था। बाद में वह बिचौलिए छात्र के जरिए शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा। इससे परेशान होकर वह आत्महत्या करने की योजना बनाने लगी। यह बात उसने अपने एक दोस्त को बताई तो उसने हिम्मत बंधाई और परिजनों को भी इस बात की जानकारी दी। प्रोफेसर गिरीश परमार और विश्वविद्यालय के छात्र अर्पित अग्रवाल के बीच हुई बातचीत का ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस ने प्रोफेसर और छात्र को गिरफ्तार कर लिया। बाद में फाइनल ईयर के एक अन्य छात्र ने प्रोफेसर के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। मामले की जांच के लिए सिटी एसपी ने एसआईटी गठित की थी। प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है।
Admin4
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