भरतपुर में जनता आंदोलन के संयोजक को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद भी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। देर रात कोतवाली का घेराव करने के बाद अब समाज के लोगों ने पावर हाउस चौकड़ी को घेर लिया है। मौके पर भारी पुलिस बल की व्यवस्था की गई थी। एडीएम सुभाष गोयल और एसडीएम देवेंद्र परमार के परामर्श के बाद जाम खोला गया।
राघवेंद्र को रिहा करने के लिए जाम
संविदा सफाईकर्मी पिछले 19 दिनों से हड़ताल पर हैं। इस आंदोलन का नेतृत्व जनता आंदोलन के संयोजक राघवेंद्र कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से सफाई कर्मचारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। सफाईकर्मियों की मांगों को लेकर बैठक भी हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पाई।
आंदोलन जारी रखने के आरोप में कोतवाली थाना पुलिस ने कल राघवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद समाज के लोगों ने कोतवाली थाने को घेर लिया. रात में थाने में पुलिस के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। राघवेंद्र को आज सुबह पेश कर जेल भेज दिया गया।
इसके विरोध में समाज के लोगों ने बिजली घर को जाम कर दिया. समाज के लोगों ने मांग की कि राघवेंद्र को रिहा किया जाए। जाम की सूचना पर पहुंचे एडीएम व एसडीएम ने लोगों को समझाइश देकर जाम खोला।
सफाई कर्मियों की मांग
सफाई कर्मचारियों की मांग है कि उनका न्यूनतम वेतन 15 हजार हो। पैसे की जरूरत होने पर एडवांस पैसा दिया जाना चाहिए। महिला सफाईकर्मियों को उनके घरों के आसपास तैनात किया जाना चाहिए। सफाईकर्मियों की मांगों को लेकर निजी कंपनी व सफाईकर्मियों के बीच बातचीत हुई। जिसमें से कम से कम 15 हजार पर न मानने के अलावा बाकी मांगों पर भी विचार करने को राजी हो गए।