x
नागौर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) इन दिनों काफी सुर्खियों में है। राजस्थान एसीबी भ्रष्टाचार फैलाने वाले लोगों के खिलाफ आए दिन ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दे रही है। इसी कड़ी में सीकर एसीबी ने मारोठ पुलिस थाने में ट्रैप की कार्रवाई की। सीकर एसीबी ने मारोठ पुलिस थाने में कार्रवाई करते हुए थानाधिकारी के रीडर को रिश्वत लेते ट्रैप किया है।
सीकर एसीबी ने आरोपी कांस्टेबल रामनिवास को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी के डीएसपी राजेश जांगिड़ ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी के एडीजी हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि परिवादी द्वारा सीकर एसीबी को शिकायत दी गई थी।परिवादी ने शिकायत में बताया कि उसके भाई के खिलाफ लोन के नाम पर रुपए हड़पने का धोखाधड़ी का मामला मारोठ थाने में दर्ज है। इस मामले में उसके भाई को गिरफ्तार भी किया जा चुका है और तीन दिन के रिमांड पर लिया गया। परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि थानाधिकारी के रीडर कांस्टेबल रामनिवास ने उसके अन्य परिजन को मामले में आरोपी नहीं बनाने और रिमांड के दौरान उसके भाई को यातनाएं नहीं देने की एवज में एक लाख की डिमांड की।
जिसमें से दो दिन पहले 20 हजार रुपए ले लिए, वहीं एसीबी के सत्यापन के दौरान भी कांस्टेबल रामनिवास ने 5 हजार रुपए प्राप्त किए। डीएसपी राजेश जांगिड़ ने बताया कि भ्रष्ट कांस्टेबल रामनिवास ने 10 हजार रुपए गुरुवार को लेना तय किया। जिसके बाद एसीबी की टीम ने कांस्टेबल से परिवादी की हुई बातचीत के आधार पर रंग लगे नोट देकर भेजा। जैसे ही परिवादी ने रिश्वत की रकम कांस्टेबल रामनिवास को दी। तुरंत एसीबी की टीम मौके पर पहुंची और उसे दबोच लिया। रिश्वत की रकम भी आरोपी से बरामद कर ली गई।
डीएसपी राजेश जांगिड़ ने बताया कि भ्रष्ट कांस्टेबल रामनिवास ने 10 हजार रुपए गुरुवार को लेना तय किया। जिस पर सीकर एसीबी के डीएसपी राजेश जांगिड़ के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया। जिसके बाद गुरुवार को सीकर एसीबी टीम द्वारा ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। सीकर एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल रामनिवास पुत्र हीरालाल निवासी ग्राम सामोता का बास, तहसील रींगस, जिला सीकर को परिवादी से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आरोपी कांस्टेबल रामनिवास ने शिकायत से पूर्व 20 हजार रुपए एवं शिकायत के सत्यापन के दौरान भी परिवादी से 5 हजार रुपये की रिश्वत राशि वसूल कर लिए थे। फिलहाल, डीआईजी कालूराम रावत के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।
Tagsदिन की बड़ी ख़बरअपराध खबरजनता से रिश्ता खबरदेशभर की बड़ी खबरताज़ा समाचारआज की बड़ी खबरआज की महत्वपूर्ण खबरहिंदी खबरजनता से रिश्ताबड़ी खबरदेश-दुनिया की खबरराज्यवार खबरहिंदी समाचारआज का समाचारबड़ा समाचारनया समाचारदैनिक समाचारब्रेकिंग न्यूजBig news of the daycrime newspublic relation newscountrywide big newslatest newstoday
Admin4
Next Story