राजस्थान

सियासी पारा हुआ हाई ,सीएम गहलोत के आरोप पर पीएमओ से आया सीधा जवाब

Tara Tandi
27 July 2023 8:11 AM GMT
सियासी पारा हुआ हाई ,सीएम गहलोत के आरोप पर पीएमओ से आया सीधा जवाब
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुरुवार को राजस्थान (Rajasthan) के दौरे पर हैं. इस दौरान वे कई परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाने के साथ ही किसानों को 14 वीं किस्त भी देंगे. हालांकि पीएम मोदी के दौरे से पहले ही सियासी पारा हाई हो गया है. पीएम मोदी के दौरे से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक ट्वीट ने सियासी संग्राम शुरू कर दिया है. सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम के दौरान उनके भाषण को ही हटा दिया गया है. हालांकि अशोक गहलोत के इस आरोप पर सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO से ही पलटवार सामने आ गया. पीएमओ ने भी ट्वीट के जरिए मामले की पूरी सच्चाई खोल कर रख दी. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
यह है पूरा मामला
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी आज राजस्थान के दौरे पर हैं. उनके इस दौरे से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट के जरिए नए विवाद को जन्म दे दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पूर्व निर्धारित संबोधन को पीएम ऑफिस से हटा दिया गया है. वहीं सीएम इस आरोप पर तुरंत ही पीएमओ की ओर से जवाब आ गया.
PMO ने क्या कहा?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से लगाए आरोप के जवाब में पीएमओ की ओर से सीधी प्रतिक्रिया आई. पीएमओ ने अपने ट्वीट में कहा कि अशोक गहलोत जी प्रोटोकॉल के तहत आपको भी कार्यक्रम का न्योता भेजा गया था, इतना ही कार्यक्रम में आपका भाषण भी शामिल था. लेकिन आपके दफ्तर यानी सीएमओ से ये जानकारी दी गई है कि आप किसी कारणवश इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बन पाएंगे.
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से पहले भी हर कार्यक्रम में प्रोटोकॉल के तहत आपको निमंत्रण भेजे गए हैं. इसके साथ ही विकास को लेकर भी जो काम प्रधानमंत्री जी की ओर से किए जा रहे हैं उन पट्टिकाओं में भी आपके नाम को शामिल किया गया है. लेकिन आपको हाल में लगी चोट के चलते अगर फिजिकिली कार्यक्रम में आने में आपको दिक्कत ना हो तो आपकी मौजूदगी अब भी कार्यक्रम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.
सीएम अशोक गहलोत ने की ये मांगें
उधर इससे पहले अपने ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी कुछ मांगे भी रखीं. इसमें अग्निवीर योजना को वापस लेने से लेकर कुछ अन्य मांगे भी शामिल हैं.
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