राजस्थान

कोटा शहर की एक ऐसी कॉलोनी जहां लोग बदतर जीवन जी रहे

Admin4
21 Nov 2022 2:17 PM GMT
कोटा शहर की एक ऐसी कॉलोनी जहां लोग बदतर जीवन जी रहे
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कोटा। इस विकसित होते देश में कागजी नारे तो खूब लगते हैं पर हकीकत आपको देखनी है तो कायनात कॉलोनी नांता रोड़ जाकर देखें तो आपके सामने हकीकत आ जाएगी कि कैसे इस कॉलोनी के लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं। सम्बन्धित पार्षद तो नहीं पर इसके नजदीक जो पार्षद का इलाका आता है वो कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। करीब 40-50 घरों की इस कॉलोनी में अपने-अपने घरों तक जाने के लिए सबने चन्दा कर महज दो-तीन फीट के ऊबड़ -खाबड़ पत्थर के साथ छोटे पत्थर डाल रास्ते बना रखे हैं। खास बात यह कि अनजान आदमी को लगता है कि इन पगडण्डियों के पास हरा-हरा होगा लेकिन गलती से भी पैर पगडण्डी से उधर कर दिया तो सीधे आप पानी कीचड़ में जाकर धंस जाओगे।
कुछ दिनों पहले कॉलोनी में रहने वाली रूपा शर्मा की बच्ची को सुबह-सुबह भालू ने उठा लिया था। पर महिला के चिल्लाने पर कॉलोनी वासी एकत्र हो गए। तब भालू डर के मारे बच्ची को छोङकर भाग गया। यहां गन्दे पानी से कीचड़ के भी जगह-जगह कुण्ड बने हैं।
यह कॉलोनी तीन-चार साल से ही बनी है। पर इनसे राम ओर राज मानों दोनो रूष्ट हो चले हैं। एक घर के ऐन सामने हाईटेंशन का पोल गढा है जो असमय दुर्घटना को बुलावा दे रहा है। वहीं यहां के रहवासी मनोज सिंह का कहना है कि यह कोलोनी अप्रूड है। कुछ जगह जो पीछे की है वह कब्जे की है। बाकी अपरूड व कुछ एग्रीकल्चर लैंण्ड में है।
हमारी कॉलोनी के हालात इतने खराब हैं कि शायद कोटा शहर में झुग्गी झोपङी वाले भी ढंग से जी पाते होंगे। जंगली घास-फूस के चलते सांप,बिच्छु ,गोयरा,वायपर आदि का घरों में घुसना आम बात है। हमने इसको लेकर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को भी लिखित शिकायत दी हैं पर आज तक कुछ हो नहीं पाया है।
हमारी बात पार्षद अन्नु भैया उर्फ अनूप शर्मा से हुई तो उन्होंने कि काली बस्ती सुभाष नगर से जुड़ जाओ अब क्या प्रक्रिया है हमें पता नहीं। कोई जानकारी लेना भी चाहें तो विस्तृत रूप से कोई बताता नहीं। जबकि हम लोगों का इस कॉलोनी में जीना हराम हो रखा है। हर रात डर-डर कर निकाल रहे हैं।
यह फोरेस्ट विभाग की जमीन है, सब कब्जे के मकान हैं। अब इनका निश्चित नहीं हो पा रहा कि कौनसे वार्ड में इनको सम्मिलत किया जाए। मैने वैसे अभी इन लोगों के नाम वोटर लिस्ट में जुड़वाने का काम शुरू करवा दिया हैं। प्रक्रिया पूरी होने पर फिर आगे की कार्यवाही पर अमल करेगें।
(जनता से रिश्ता इस खबर की पुष्टि नहीं करता है ये खबर जनसरोकार के माध्यम से मिली है और ये खबर सोशल मीडिया में वायरलहो रही थी जिसके चलते इस खबर को प्रकाशित की जा रही है। इस पर जनता से रिश्ता खबर की सच्चाई को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है।)
न्यूज़ क्रेडिट : dainiknavajyoti
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