राजस्थान
राजस्थान के सरहदी बाड़मेर के लाल सांवलाराम विश्नोई का सोमवार को बाण्ड गांव में राजकीय सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई
Ritisha Jaiswal
1 Aug 2022 4:07 PM GMT
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राजस्थान के सरहदी बाड़मेर के लाल सांवलाराम विश्नोई का सोमवार को बाण्ड गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
राजस्थान के सरहदी बाड़मेर के लाल सांवलाराम विश्नोई का सोमवार को बाण्ड गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. हजारों की तादात में लोगो ने देश के जांबाज को अपना अंतिम सलाम दिया. इससे पूर्व जोधपुर से लेकर पैतृक गांव बाण्ड तक जगह जगह पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर थार के लाल को अंतिम विदाई दी. सरहदी बाड़मेर की मिट्टी ने सात समंदर पार अपनी वीरता और बहादुरी का लोहा मनवाया है.
कांगो में मंगलवार को हुई हिंसक घटना में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के सांवला राम बिश्नोई ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए वीरगति प्राप्त की. बाड़मेर के बांड गांव स्थित उनके घर में इस घटना के बाद से मातम पसर गया था. 26 जुलाई को शहीद हुए सांवलाराम को 7 दिन बाद सोमवार को बीएसएफ जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम विदाई में वन एव पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी, श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई,चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल, बीएसएफ डीआईजी अश्विनी जग्गी, जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, भाजपा जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, प्रदेश मंत्री केके विश्नोई सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
बीते 26 जुलाई को शहीद हो गए थे जवान शिशुपाल सिंह
कांगो में हुई इस घटना में बीएसएफ में राजस्थान के हेडकांस्टेबल शिशुपाल सिंह और हेडकांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई शहीद हो गए हैं. 26 जुलाई के दिन मंगलवार को कांगो के बुटेम्बो में तैनात संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दल में शामिल बीएसएफ के दो जवानों ने हिंसक सशस्त्र विरोध के दौरान घायल होने के बाद दम तोड़ दिया. जिनमें बाड़मेर के सांवला राम बिश्नोई शामिल थे. शहीद के पिता का कहना है कि उनके बेटे ने देश के लिए अपने प्राण त्याग दिए. अब उनके नाम का विद्यालय, राजस्व गांव बनाने की मांग की है. अंतिम विदाई में शामिल हुए वन एव पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी के मुताबिक बाड़मेर नहीं अपितु देश के लिए बड़ी अपूरणीय क्षति है. राजस्व गांव,विद्यालय का नाम सहित एक शहीद परिवार को मिलने वाली सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी.
1 घंटे तक लगाए जयकारे
अपने जांबाज को विदाई देने के लिए उमड़ी भीड़ घंटो तक शहीद के जयकारे लगाती रही. सीमा सुरक्षा बल ने जब हवाई फायर कर शहीद को अंतिम सलाम दिया तो भारत माता के जयकारों से आसमान गूंज उठा. हजारों की तादात में लोगो ने अपने माटी के सपूत को उनके अदम्य साहस और वीरता के लिए अंतिम सलाम दिया.
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Ritisha Jaiswal
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