कोटा। कोटा में आज एक और कोचिंग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के पास से सुसाइड नोट मिला है। लिखा- मैं विष्णु का अंश हूं, मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं। मामला सोमवार शाम 5 बजे कुन्हाड़ी क्षेत्र का है। पुलिस ने बताया कि 22 वर्षीय रंजीत उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का रहने वाला था। वह कोटा के एक हॉस्टल में कमरा लेकर नीट की तैयारी कर रहा था। सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे छात्रा के पिता रतिभान सिंह उससे मिलने पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। अनहोनी की आशंका से पिता ने शाम 5 बजे पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा बंद था। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो युवक फंदे से लटका हुआ था।
पुलिस उपाधीक्षक शंकरलाल ने बताया- शुरूआत में यह बात सामने आई है कि रंजीत कुछ समय से तनाव में चल रहा था. वह डिप्रेशन में थे। इसकी जानकारी उसके घरवालों को भी हो गई थी। उसने दो साल कानपुर में नीट की तैयारी भी की थी, लेकिन चयन नहीं हुआ। इसके बाद मैं 1 साल कोटा में तैयारी कर रहा था। एक माह पहले ही वह हॉस्टल आया था। सीआई गंगा सहाय ने बताया कि शाम करीब पांच बजे सूचना मिली कि रंजीत छात्रावास में दरवाजा नहीं खोल रहा है, उसके पिता आए हुए हैं. इसके बाद जब मौके पर पहुंचे तो दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वह फंदे पर लटका मिला। पुलिस के मुताबिक, पत्र 4-5 पेज का है, जिसमें आध्यात्मिक बातें लिखी हैं.
उसमें लिखा है कि ईश्वर क्या है, मैं विष्णु का अंश हूँ। मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं। पुलिस ने पत्र का विवरण देने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अभी पत्र की जांच की जा रही है। हालांकि ये बात भी सामने आई है कि इस चिट्ठी में प्रेम प्रसंग का भी जिक्र है. रविवार को ही एक छात्रा ने छात्रावास की चौथी मंजिल की बालकनी से छलांग लगा दी थी। मामला विज्ञान नगर इलाके का था। छात्र के बालकनी से गिरने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। पुलिस ने बताया कि 17 वर्षीय कोचिंग का छात्र महाराष्ट्र का रहने वाला था। छात्रा सिटी मॉल के पीछे रोड नंबर 2 इलाके में स्थित एक छात्रावास में रहती थी. पिछले 14 महीने से वह कोटा में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा है। फिलहाल आत्महत्या के प्रयास के कारणों का पता नहीं चला है।