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अजमेर। तीन बेटियों की मां पर प्यार का ऐसा भूत सवार हुआ कि उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। एक साल पहले हत्यारिन पत्नी को ट्रक ड्राइवर से इंस्टाग्राम पर प्यार हो गया था। मामला अजमेर के भिनाय थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने हत्या की गुत्थी को 24 घंटे में सुलझाकर हत्यारिन पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ड्राइवर अपनी प्रेमिका से दस साल छोटा है।
भिनाय थानाधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 18 जनवरी की सुबह थाना क्षेत्र के नारा बाबा का बाडिया उदयगढ़ खेड़ा में खेत पर देवेन्द्र सिंह उर्फ चांदू का शव पड़ा हुआ है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और डॉग स्कवायड, एफएसएल, एमओबी की टीम से घटना स्थल की बारिकी से जांच करवाई। पुलिस जांच में यह सामने आया कि मृतक देवेन्द्र सिंह अपने खेत पर रखवाली कर रहा था। उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। परिजन ने सरगांव निवासी ट्रक ड्राइवर शैतान गुर्जर पर संदेह भी जताया था। जिस पर शैतान गुर्जर को संदिग्ध मानकर जांच की तो परत दर परत खुलती चली गई।
थानाधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि आरोपी 22 वर्षीय शैतान गुर्जर व 32 वर्षीय किरण उर्फ सेठा रावत का प्यार परवान पर था। शैतान ने सेठा से मिलने जुलने के लिए उसके पति देवेन्द्र से भी दोस्ती गांठी और उसे शराब व मीट की पार्टी भी करवाने लगा। देवेन्द्र को विश्वास में लेकर दोनों उसकी मौजूदगी में घर पर ही मिलने जुलने लगे। जब देवेन्द्र को संदेह हुआ तो उसने शैतान के घर आने जाने पर रोक लगा दी। बस यही बात दोनों को नागवार गुजरी और उसे रास्ते से हटाने की ठान ली।
थानाधिकारी ने बताया कि मृतक देवेन्द्र सिंह जब खेत पर रखवाली कर रहा था, तभी आरोपी शैतान व मृतक की पत्नी सेठा खेत पहुंचे। जहां उन्होंने देवेन्द्र का गला घोंटा। मृतक की पत्नी सेठा ने जब अपने पति देवेन्द्र का मुंह दबाया तो उसने अंगुली को चबा डाला, जिससे काफी खून भी निकला। आरोपी सेठा इस दर्द को भी सहन कर गई और जब तक पति के प्राण नहीं निकल गए तब तक मुंह से हाथ नहीं हटाया, वहीं उसका प्रेमी शैतान गला भींचता रहा। आरोपी सेठा के अंगुली से निकला खून पति देवेन्द्र पर गिर गया था।
हत्या करने के बाद जहां आरोपी शैतान ट्रक लेकर भीलवाड़ा चला गया तो वहीं उसकी प्रेमिका सेठा हाथ धोकर अपने घर चली गई और बिलकुल सामान्य बनी रही। पुलिस के सामने जब सच्चाई आई तब भी वह गुमराह करती रही, बाद में जब अपने प्रेमी को देखा और आमना सामना करवाया तो उसने सारा सच कबूल किया।
इस हत्याकांड से मृतक देवेन्द्र सिंह की तीन नाबालिग बेटियां अनाथ हो गई है। उनका कोई सहारा नहीं है। अब ग्रामीणों के साथ ही पुलिसकर्मी भी उनकी मदद में लगातार आगे आ रहे हैं। ऑनलाइन पेमेंट भी मंगवाया जा रहा है, जिससे कि उनकी मदद की जा सके।
Admin4
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