(आईएएनएस)| देश के कई राज्यों में भारी बारिश के चलते मौसम सुहाना और ठंडा हो गया है तो वहीं राजस्थान में सियासी पारे ने तापमान को बढ़ा दिया है। क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे के विधायक पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के आवास पर जाते नजर आ रहे हैं, जबकि कुछ ने तो पायलट को अगले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश भी कर दिया है।
ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत करते हुए उन्हें राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए सबसे अच्छा चेहरा बताया है। उन्होंने कहा कि, अशोक गहलोत ने अब कांग्रेस अध्यक्ष बनने का फैसला किया है। गहलोत के बाद, मेरा मानना है कि कांग्रेस में पायलट से बेहतर कोई चेहरा नहीं है। मुझे लगता है कि वह नवरात्रि में सीएम बनेंगे। सचिन एक युवा नेता हैं और अपने तरीके से राजनीति करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री पर फैसला अब पार्टी आलाकमान लेगी। आलाकमान जो भी फैसला करेगा, कांग्रेस के सभी विधायक, हम (बसपा से आए 6 विधायक), निर्दलीय और हमारे सभी सहयोगी, सहमत होंगे। इसमें कोई विरोधाभास नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, 2023 में हम आत्मविश्वास से चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस सरकार फिर से सत्ता में आएगी क्योंकि कांग्रेस ने अच्छा काम किया है और सचिन पायलट के सीएम बहने से भी इस पर फर्क पड़ेगा।
एक अन्य कांग्रेस नेता वाजिब अली ने कहा, हम पार्टी आलाकमान और सचिन पायलट के साथ हैं। हम एक साथ रहकर देश की मौजूदा चुनौतियों से लड़ सकते हैं। यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए मुख्यमंत्री गहलोत के नामांकन की तैयारी के दौरान भी कई नेता नए मुख्यमंत्री के चेहरे की दौड़ में कूद गए हैं। पायलट जयपुर में अपने बंगले पर विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
शनिवार सुबह सचिन पायलट ने शेओ विधायक अमीन खान और धोड़ विधायक परसराम मोर्दिया से मुलाकात की। ये दोनों विधायक गहलोत खेमे के माने जाते हैं। पायलट ने शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायकों से भी मुलाकात की। इनमें वे विधायक भी शामिल हैं जो कभी उनके ''कट्टर विरोधी'' माने जाते रहे हैं। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद पायलट काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं और सभी विधायकों से बात कर रहे हैं जिसे राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम को नई जिम्मेदारी मिलने के रूप में भी देखा जा रहा है।