राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में 14 साल की किशोरी की कथित रूप से हत्या कर उसके शव को कोयले की भट्टी में जलाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि किशोरी से सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई और शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे भट्टी में फेंक दिया गया। पुलिस इस मामले में वहां भट्टियों में कोयला बनाने वाले कालबेलिया जनजाति के पांच लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने बताया कि बृहस्पतिवार को थाना कोटड़ी पर सूचना मिली कि घर से खेत पर बकरियां चराने गयी लड़की शाम तक वापस नहीं आई। तलाश के दौरान गांव वालों को खेत में बच्ची की चप्पल मिलने पर पास में बसे डेरे के लोगों पर शंका हुई।
डेरे के नज़दीकी कोयले की भट्टियों को जांच करने पर गुमशुदा बालिका का सामान मिला। सिधू ने बताया कि इस सूचना पर हत्या, सामूहिक बलात्कार, पॉक्सो (यौन अपराध से बच्चों की सुरक्षा) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और संदिग्ध पांच आरोपियों को हिरासत में लेकर मामले की गहनता से जांच की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए महानिरीक्षक पुलिस अजमेर रेंज लता मनोज अजमेर, जिला कलेक्टर भीलवाड़ा एवं पुलिस अधीक्षक भीलवाड़ा ने मौके पर पहुंच घटना स्थल का निरीक्षण किया तथा घटना के संबंध में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। मामले पर संज्ञान लेते हुए राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है जो तथ्य जुटाकर अध्यक्ष को रिपोर्ट देगी।
बेनीवाल ने अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी-नागरिक अधिकार) और भीलवाड़ा के पुलिस अधीक्षक को मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजने के लिए पत्र लिखा है। वहीं, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। भाजपा ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति भी बनाई है। पुलिस ने बताया कि लड़की बुधवार देर रात को घर से लापता हुई। उसने बताया कि आसपास में स्थित कोयला बनाने वाली भट्टियों में से एक के पास उसके जूते मिले हैं और अंदर झांकने पर उन्हें उसकी चूड़ियां और कुछ हड्डियां मिलीं हैं। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने कालबेलिया खानाबदोश जनजाति के कुछ लोगों को अपराध में शामिल होने के संदेह में पकड़कर पुलिस को सौंपा है।
कोटड़ी के थानाधिकारी ने बताया कि खानाबदोश समुदाय के चार-पांच लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि कुल पांच भट्टियां में से एक भट्टी चल रही थी। उन्होंने बताया, ‘‘स्थानीय लोगों ने एक भट्टी में आग देखी। आमतौर पर, भट्टी पूरी तरह से ढकी होती है लेकिन भट्टी खुली हुई थी। स्थानीय लोग वहां पहुंचे और उन्हें वहां लड़की के कंगन मिला और हड्डियां मिलीं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल को छोड़कर अन्य चार भट्ठियों को आज ध्वस्त कर दिया गया। गांव में पहुंचे भाजपा नेता कालूलाल गुर्जर ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और आरोप लगाया कि लड़की से दुष्कर्म किया गया और उसके शव को भट्टी में जला दिया गया। गुर्जर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की और ग्रामीणों द्वारा पकड़े जाने के बाद ही संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया। पुलिस ने बताया कि अब तक इस मामले में दुष्कर्म की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता और जांच जारी है।
कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर ने भी मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जयपुर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि घटना गंभीर है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी घटना देश में कहीं नहीं हुई होगी। ऐसी घटनाओं से राजस्थान कलंकित हो रहा है। मुख्यमंत्री गहलोत को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने विधायक अनिता भदेल, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी और पूर्व विधायक अतर सिंह भड़ाना की तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर उन्हें मौके पर जाने के निर्देश दिए। समिति सदस्यों ने पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू को निलंबित करने की मांग की। भाजपा नेता अनिता भदेल ने बताया, परिवार के सदस्यों ने शाम को स्थानीय थाने को सूचित किया कि लड़की लापता है, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और यह साबित करने के लिए लड़की के दस्तावेज लाने को कहा कि वह नाबालिग है।
उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो परिवार के सदस्यों ने फिर से लड़की की तलाश शुरू की और एक भट्ठी में आग देखी। उन्होंने बताया, “भट्टी से केवल कुछ हड्डियां ही मिलीं। खोपड़ी या कंकाल का कोई अन्य हिस्सा बरामद नहीं हुआ। यह भी संभव है कि आरोपी ने शव को टुकड़ों में काट दिया और भट्ठी सहित विभिन्न स्थानों पर फेंक दिया।’’ भाजपा विधायक ने पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए बताया, “पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अपराध में दस लोग शामिल थे। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य पांच की तलाश की जा रही है। पुलिस ने सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया है।” भदेल ने मामले में भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू को निलंबित करने की मांग की। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा। राजे ने ट्वीट में कहा, ‘‘फिर भीलवाड़ा से एक दिल दहला देने वाली खबर! जहां एक बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म कर उसे भट्टी में फेंककर जला दिया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री गहलोत जी, आप आंकड़ों की आड़ में कब तक ऐसी घटनाओं को छिपाते रहेंगे? आपकी उपलब्धियों में हर रोज़ आपकी बेशर्मियां भी दर्ज होती जा रही हैं। जरा उन्हें भी जनता के सामने लाइये।