x
जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले पार्टी अपने नवनियुक्त प्रदेश कांग्रेस सदस्यों को उदयपुर संकल्प याद दिलाते हुए संकल्प-पत्र भरवा रही है। एआईसीसी की तरफ से ऑनलाइन संकल्प-पत्र भेज कर देशभर के पीसीसी सदस्यों से शपथ-पत्र को भरवाया जा रहा है।
पार्टी की यह कवायद उन नेताओं के लिए सीधा संदेश मानी जा रही है, जो एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के विपरीत पदों पर चिपके हुए हैं। वहीं यह संकल्प-पत्र पार्टी की युवाओं को ज्यादा से ज्यादा तवज्जो देने की मंशा को भी जाहिर कर रहा है। इस मुहिम का प्रचार-प्रसार ज्यादा राहुल गांधी के समर्थक माने जाने वाले नेता जोर-शोर से कर रहे हैं।
क्या है संकल्प-पत्र में
संकल्प-पत्र में चार बिन्दुओं पर कांग्रेस नेताओं से सहमति ली जा रही है। ये वहीं बिन्दु हैं, जिन्हें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में उदयपुर 15 मई को पारित किया गया था। इसमें लिखा गया है कि हम ऐसी कांग्रेस बनाना चाहते हैं जो आधुनिक भारत की आशा और आकांशाओं दर्शाती हो।यह कवायद इसलिए
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो यह कवायद राष्ट्री य अध्यक्ष के चुनाव से पहले शुरू करने के पीछे मंशा राहुल गांधी की तरफ से दिए गए सुझावों को नीचे तक लागू करना है। यह भी माना जा रहा है कि पार्टी इन संकल्पों को लागू करने के लिए पूरी तरह से गंभीर है। साथ ही, इन संकल्पों को लागू कर पार्टी यह भी संदेश देना चाहती है कि यहां वहीं होगा, जो सोनिया और राहुल ने तय किया है। यानी पार्टी उन्हीं सिद्धांतों पर आगे बढ़ेगी, जो उदयपुर में तय किए गए हैं।
प्रदेश में इनको भेजा लिंक
एआईसीसी की तरफ से प्रदेश में हाल ही में नियुक्ति चार सौ नए पीसीसी सदस्यों के पास यह लिंक भेजा गया है। इसे नेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि अनिवार्य रूप से इसे भरा जाए। संकल्प पत्र में नेता का नाम और मोबाइल नंबर मांगा जा रहा है। साथ ही, संबंधित नेता के मोबाइल पर ओटीपी भेज कर नंबर की पुष्टि भी की जा रही है।
चार बिंदुओं पर संकल्प
संकल्प-पत्र के चार बिन्दुओं में पहला आधे टिकट और संगठन के पद पचास साल से कम उम्र के युवाओं को आवंटित करें। दूसरा, जनप्रतिनिधि के तौर पर दो से तीन बार और संगठन पद पर अधिकतम कार्यकाल पांच साल का रखते हुए अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को मौका दें। तीसरा, एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत पर काम करते हुए जगह खाली करें। चौथा, एक परिवार एक टिकट की पालना कर परिवारों के नियंत्रण को समिति करें।
न्यूज़क्रेडिट: sachbedhadak
Next Story