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डूंगरपुर। मंगलवार को डूंगरपुर विधानसभा की महिला कांग्रेस ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर बाबा रामदेव का पुतला दहन कर राज्यपाल कलराज मिश्र के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिला परिषद सदस्य रेखा कलासुआ ने बताया बाबा रामदेव ने महाराष्ट्र के ठाणे में एक कार्यक्रम में महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने कार्यक्रम में महिलाएं को साड़ी पहनने को लेकर कहा था कि "महिलाएं साड़ी में भी अच्छी लगती है और सलवार-सूट में भी अच्छी लगती हैं और मेरी तरह कुछ ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं।" उनके इस बयान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। बाबा रामदेव की महिलाओं पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियां से देश की नारी शक्ति में भारी आक्रोश है। इसी क्रम में बाबा रामदेव द्वारा महिलाओं पर की गई टिप्पणी को लेकर मंगलवार को महिला कांग्रेस ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर बाबा रामदेव का पुतला फूंका। महिलाओं ने बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। महिलाओं ने इस संबंध में राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि पिछले हफ्ते योग गुरु बाबा रामदेव ने महाराष्ट्र में आयोजित एक कार्यक्रम में महिलाओं को लेकर कथित टिप्पणी की थी। कार्यक्रम में महिलाएं को साड़ी पहनने को लेकर कहा था कि "महिलाएं साड़ी में भी अच्छी लगती है और सलवार-सूट में भी अच्छी लगती हैं और मेरी तरह कुछ ना भी पहने तो भी अच्छी लगती हैं।" उनके इस बयान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। मामला बढ़ता देख बाबा रामदेव ने खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगी। उन्होंने दावा किया कि महिलाओं पर की गई, उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया गया। रामदेव ने यह माफी महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग को भेजे ई-मेल में मांगी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से समझा गया।
बाबा रामदेव ने कहा कि मैंने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी सरकार की विभिन्न नीतियों का भी समर्थन किया है, उन्हें प्रोत्साहित किया है और उन्हें सशक्त करने के लिए कई संगठनों के साथ काम किया है। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि मैंने किसी महिला का अपमान नहीं किया है और न ही ऐसा करने का मेरा कोई इरादा था। उन्होंने कहा कि उनका यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण थीम पर आधारित था और उन्होंने इस कार्यक्रम में एक घंटे से ज्यादा समय तक भाषण दिए, जिसमें महिलाओं के पक्ष में तमाम बातें कहीं, लेकिन उनके कुछ सेकंड की टिप्पणियों पर वीडियो क्लिप को गलत मंशा से पेश किया गया। बाबा रामदेव ने कहा कि उनके मन में मां और मातृ-शक्ति के लिए सबसे अधिक सम्मान है। पोशाक पर टिप्पणी सादा कपड़े के लिए थी। अगर इससे किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मुझे इसका गहरा खेद है। उन्होंने कहा कि "मैं उनसे किसी भी तरह की परेशानी के लिए माफी भी मांगता हूं।
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