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उदयपुर। राजस्थान में एक बार फिर मासूम बच्चों की तस्करी का नया मामला सामने आया है। उदयपुर की सवीना थाना पुलिस ने नवजात बच्चों की तस्करी के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला के पास से 7 माह के नवजात बच्चे को मुक्त कराया गया है। ये महिला इस नवजात बच्चे को बेचने की फिराक में थी। इस बच्चे को झाड़ोल क्षेत्र से 70 हजार रुपए में खरीदा गया था। इस नवजात को दो लाख रुपए में दिल्ली में बेचने की योजना थी। पुलिस गिरफ्तार महिला से पूछताछ में जुटी है।
पुलिस के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि करीब 7 महीने के नवजात बच्चे को गोद में लिए एक महिला संदिग्ध लग रही है। पुलिस टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान जावर माइंस के ओड़ा फला कालीघाटी निवासी राजकुमारी के रूप में बताई। पुलिस ने बाल कल्याण समिति के आदेश पर महिला के कब्जे से 7 माह के बच्चे को बरामद कर बाल गृह में रखवा दिया। बताया जा रहा है कि राजकुमारी फिलहाल उदयपुर की वीआईपी कॉलोनी में किराए पर रह रही है। वह एक आईवीएफ सेंटर में काम करती है।
सवीना थाने के एसएचओ योगेंद्र व्यास ने बताया कि राजकुमारी नाम की इस महिला ने पूछताछ में कबूल किया है कि उसने इस नवजात बच्चे को झाड़ोल के दंपत्ति रामलाल और पायल से 70 हजार रुपये में खरीदा था। वह इसे दिल्ली निवासी मनोज नाम के व्यक्ति को दो लाख में बेचने वाली है। महिला की सूचना पर पुलिस तुरंत झाड़ोल पहुंची लेकिन रामलाल और पायल भाग गए। वहीं दूसरी ओर टीम दिल्ली निवासी मनोज नाम के व्यक्ति की तलाश में जुटी है। पुलिस को शक है कि यह महिला पूर्व में भी नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त में शामिल रही होगी। ऐसे में पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं।
Admin4
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