राजस्थान

फ्रॉड में फंसाने की धमकी देकर हेड कांस्टेबल ने ससुराल वालों से वसूले 2.20 लाख रुपए

Admin4
2 Sep 2023 9:05 AM GMT
फ्रॉड में फंसाने की धमकी देकर हेड कांस्टेबल ने ससुराल वालों से वसूले 2.20 लाख रुपए
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अलवर। दिल्ली पुलिस के हैड कांस्टेबल ने खुद के ससुराल अलवर के लक्ष्मणगढ़ में आकर दो युवको OLX के केस में फंसाने की धमकी देकर एक से 2.20 लाख रुपए हड़प लिए। वहीं दूसरे युवक को कार में बैठाकर ले जाने लगे तो खुद लक्ष्मणगढ़ की पुलिस के हत्थे चढ़ गए। तब पता लगा कि दिल्ली पुलिस का हैड कांस्टेबल खुद को दिल्ली की स्पेशल क्राइम ब्रांच से बताकर यहां रकम ऐंठने का प्लान बनाकर लक्ष्मणगढ़ आया। यहीं पर उसका ससुराल है। बाद में उसके दो साथियों सहित तीनों को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस ने तीनों को गिरफ़्तार कर लिया है। पुलिस अभी मौका नक्शा व अन्य जांच में लगी है।
दिल्ली पुलिस के मुंडका आउटर वेस्ट थाना के हैड कांस्टेबल रोहिताश पुत्र रामकरण जाट निवासी दूसरा हेड़ा थाना बडौदामेव, विकास कुमार पुत्र रामकुमार गुप्ता निवासी सागरपुर दिल्ली व कृष्ण कुमार पुत्र बजीर सिंह निवासी फनसाड़ा रोहतक हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने धोखाधड़ी कर जबरन वसूली की है। असल में ये तीनों शुक्रवार शाम करीब चार बजे लक्ष्मणगढ़ अनाजमंडी के पास ई मित्र संचालक प्रेम चंद जाट के पास पहुंचे। वहां उनके बेटे पवन को अपराध में शामिल बताते हुए दिल्ली ले जाने लगे। कहा कि हम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से हैं। कार में जबरन बैठा ले गए। बाजार में हंगामा होने पर ये लोग उसे लेकर कनवाड़ा पेट्रोल पंप के पास पहुंचे। उधर, पवन के पिता ने वहां की स्थानीय पुलिस को सूचना दी कि उसके बेटे का अपहरण हो गया। इस पर लोकल पुलिस की टीमें दौड़ी। बाइक से आए पुलिसकर्मी मुकेश व प्रेमंचद गुर्जर उन तक पहुंचे। मौके पर पहुंचे तो आरोपियों ने यहां पुलिस को भी दिल्ली की स्पेशल पुलिस का होना बताया। बाद में मामले की जांच पड़ताल की तो तीनों को अरेस्ट कर लिया गया।
लक्ष्मणगढृ थाना प्रभारी श्रीराम ने बताया कि अभी हैड कांस्टेबल सहित तीनों की पूरी कहानी सामने नहीं आई है। वे स्पष्ट रूप से नहीं बता रहे हैं। इतना जरूर सामने आ गया कि दिल्ली पुलिस का हैड कांस्टेबल रोहिताश बडौदामेव का रहने वाला है। लक्ष्मणगढ़ के उसका ससुराल है। पहले दिन 31 अगस्त को उन्होंने लीली गांव के पास से 18 साल के युवक को पकड़ा था। उसे ओएलक्स की ठगी के केस में होना बताया। उसके परिजनों से केस से बाहर रखने के एवज में 2 लाख 20 हजार रुपए हड़प लिए। अगले दिन 1 अगस्त को शाम को लक्ष्मणगढ़ कस्बे से ई-मित्र संचालक के बेटे को उठा लिया। तब मामला बिगड़ गया। ई-मित्र संचालक ने लोकल पुलिस को बेटे का अपहरण कर ले जाने की सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने तीनों को दबोच लिया। जांच में पता लगा कि ये मनमर्जी की कहानी बनाकर आए थे। इनका मकसद पैसे हड़पने से था। बाकी अभी पुलिस जांच में लगी है।
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