राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को अपने हरियाणा समकक्ष मनोहर लाल खट्टर पर नूंह हिंसा पर 'असहयोग' करने का आरोप लगाया। हरियाणा के सीएम ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि राजस्थान सरकार को नूंह हिंसा में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए। 31 जुलाई को नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान पथराव के बाद कई जगहों पर हिंसा भड़क गई और कारों में आग लगा दी गई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, हरियाणा के सीएम ने बुधवार को अशोक गहलोत से बजरंग दल के नेता मोनू मानेसर का नाम लिए बिना उन्हें गिरफ्तार करने का आग्रह किया था, जो कथित तौर पर नूंह हिंसा में शामिल है और राजस्थान से भाग गया है।
हालाँकि, यह अनुरोध राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को पसंद नहीं आया। खट्टर के अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए, गहलोत ने उन पर 'असहयोग' का आरोप लगाया। अशोक गहलोत ने कहा, ''हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि वह राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे, लेकिन जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई। हरियाणा पुलिस ने सहयोग नहीं किया। इतना ही नहीं, उन्होंने राजस्थान पुलिस के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की।" उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस फरार आरोपियों को ढूंढने में राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है। खट्टर हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में विफल रहे और अब लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं जो उचित नहीं है।
मोनू मानेसर से मनोहर लाल खट्टर ने झाड़ा पल्ला
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि राज्य को बजरंग दल नेता मोनू मानेसर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दावा किया जा रहा है कि मोनू मानेसर ने ही सोमवार की हिंसा के लिए लोगों को उकसाया था जिससे राज्य भर में सांप्रदायिक झड़पें हुईं और छह लोगों की जान चली गई। मोनू मानेसर के बारे में बोलते हुए सीएम ने कहा, 'मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान में मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है, हरियाणा सरकार इस मामले में राजस्थान पुलिस का सहयोग करेगी।' अपने बयान में खट्टर ने कहा कि मैंने राजस्थान सरकार से कहा है कि अगर उन्हें उसका पता लगाने के लिए मदद की जरूरत है तो हम मदद करने के लिए तैयार हैं। अब राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है।