राजस्थान
हमारी वफादारी में कमी होती तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर चुकी होती- महेश जोशी
Gulabi Jagat
27 Sep 2022 12:29 PM GMT
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राजस्थान की राजनीति में इस वक्त बड़ी उथल-पुथल मची हुई है। राजस्थान में सीएम पद को लेकर कांग्रेस में कलह की स्थिति सामने आई है। कांग्रेस में गहलोत गुट के विधायकों की बगावत के बाद मंत्री डॉ. महेश जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि आलाकमान के निर्देश पर बैठक बुलाई थी। सीएमआर में शाम 7 बजे बैठक के लिए बैठक बुलाई थी और विधायक दल की बैठक का एजेंडा पता नहीं था। विधायक दल की बैठक में रायशुमारी को लेकर जानकारी नहीं थ। हम नहीं चाहते थे कि विधायक दल की बैठक में कोई अशांति हो। किसी भी विधायक को धारीवाल जी के घर मीटिंग के लिए नहीं कहा गया।
उन्होंने ने कहा है कि शांति धारीवाल ने किसी को अपने घर बैठक के लिए नहीं बुलाया था। विधायक दल की बैठक में हमेशा सामूहिक बात होती है। विधायक दल की बैठक में रायशुमारी का एजेंडा नहीं दिया था। महेश जोश ने कहा कि मुझ पर आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं। मैं देर रात तक विधायकों को बैठक के लिए फोन करता रहा। अजय माकन जी ने सही कहा कि रायशुमारी अलग-अलग होती है, लेकिन क्या रायशुमारी विधायक दल की बैठक का एजेंडा था।
महेश जोशी ने कहा कि हमारी वफादारी पर शक किया जा रहा है। 'हमारी वफादारी में कमी होती तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर चुकी होती। हमारी वफादारी पर सवाल उठाने का कोई सवाल नहीं उठता। महेश जोशी ने मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के बयानों पर कहा कि गुढ़ा मेरे छोटे भाई जैसे हैं। उनके बयानों में पद की गरिमा होनी चाहिए। महेश जोशी ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा को अपने बयानों में भाषा को मर्यादित करना चाहिए। राजनीति में विचारधाराओं का विरोध हो सकता है, लेकिन विरोधियों के लिए भी शब्दों में सम्मान होना चाहिए।
Gulabi Jagat
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