सीकर नीमकाथाना क्षेत्र में आज वन रक्षक ने 4 बच्चों की जान बचाई। पहाड़ी पर फल तोड़ने गए 4 बच्चों ने जब तेंदुआ देखा तो वे डर गए, जिसके बाद वे एक जगह बैठकर रोने लगे। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर वहां से गुजर रहे वनरक्षक शीशराम गुर्जर तुरंत मौके पर पहुंचे। और चारों बच्चों को चट्टान से नीचे उतारा। गणेश्वर के कृषि क्षेत्र के धानी बरियाला निवासी चार बच्चे आरती कंवर, मोनी कंवर, उपेंद्र सिंह, अशोक गुर्जर रविवार सुबह 10 बजे कोकस माता की पहाड़ी की ओर फल तोड़ने के लिए घर से निकले थे. पहाड़ी की ओर जाने पर बच्चों ने देखा कि पेड़ के नीचे दो तेंदुआ भी आराम कर रहे हैं। बच्चों की आवाज सुनकर तेंदुआ भी उठ खड़ा हुआ। बच्चों की नजर जब तेंदुआ की ओर गई तो बच्चे डर गए, जिसके बाद बच्चे एक साथ पास की चट्टान पर बैठ गए।
इसी बीच वन रक्षक शीशम गुर्जर अनिल स्वामी वनपाल रामकुमार गुर्जर वन रक्षक वन की रखवाली करते हुए वहां आए बच्चों के रोने की आवाज सुनकर आनन-फानन में पहाड़ी की ऊंचाई की ओर भागे। वन चौकीदार जैसे ही मौके पर पहुंचे, बच्चे उनसे लिपट गए और पेड़ों की ओर उंगलियां उठा दीं। वन रक्षकों ने पत्थर फेंके तो पेड़ों में तेंदुआ गायब हो गया। वन रक्षक ने बच्चों को पानी पिलाया और उनकी ढाणी में फोन कर सूचना दी। वन चौकीदार चारों बच्चों को सुरक्षित पहाड़ी से उतारकर घर से निकल गए। वनपाल हरलाल सिंह खिचड़ ने कहा कि तीनों वन चौकीदारों को सम्मानित किया जाएगा.