हिण्डोली। रामसागर झील की खूबसूरती को अबजल्द ही चार चांद लग जाएंगे। इस झील के सौंदर्यीकरण के लिए 15 करोड़ की स्वीकृति सार्वजनिक निर्माण विभाग के नाम जारी कर दी। उसकी जानकारी मिलने पर हिण्डोली पंचायत सहित क्षेत्र के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा । रामसागर झील संरक्षण समिति व कस्बे वासियों ने मिठाई बांट कर आतिशबाजी की। सार्वजनिक निर्माण विभाग अब झील और इसकी पाल को निखारने का काम शुरु करेगा। इसके साथ ही झील में नाव संचालन भी शुरू होगा। इसके साथ ही झील में फव्वारें लगेंगे। मनोरंजन के भी साधन लगाए जाएंगे। जानकारी के अनुसार प्रदेश की रमणीय झीलों में शुमार हिण्डोली रामसागर झील आजादी के बाद से उपेक्षित पड़ी हुई थी। झील का सौंदर्यकरण को संवारने वाला नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में यहां पर देसी विदेशी सैलानियों की आवाजाही थम सी गई थी। गत वर्ष यहां पर रामसागर झील संरक्षण समिति द्वारा झील के श्रमदान कर झील की सफाई अभियान शुरू किया एवं खेल राज्य मंत्री अशोक चांदना से झील के सौंदर्यीकरण के लिए बजट आवंटित की मांग की। जिस पर मंत्री अशोक चांदना ने झील के सौंदर्यीकरण के लिए मुख्यमंत्री बजट सत्र में 15 करोड़ की स्वीकृति दिलाई। राज्य के वित्त विभाग द्वारा सोमवार को 15 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी का निर्माण विभाग के नाम कार्य के आदेश दिए हैं। उसकी जानकारी मिलने पर हिण्डोली पंचायत सहित क्षेत्र के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा ।
प्रदेश की सुंदरतम झीलों में से एक होगी
कस्बे की राम सागर झील सैंकड़ों बीघा भूभाग में फैली अरावली पर्वतमाला के बीच स्थित रामसागर झील का 15 करोड़ की लागत से सौंदर्यीकरण होगी। यह प्रदेश की सुंदर झीलों में से एक होगी । झील पर करीब 1 किलोमीटर लंबी पाल स्थित है जहां पर घने पेड़ पौधे अच्छादित हैं। छोटे पुष्कर के नाम से स्थित रघुनाथ घाट है। जहां पर ब्रह्मा शंकर रघुनाथ जी के मंदिर स्थित है । वहीं सामने वाली छोर पर बिजासन, चौथ माता व बाबा केवट के मंदिर है। जो झील की सुंदरता बढ़ाते हैं। पश्चिमी छोर पर सूर्यमल मिश्रण की जन्मस्थली हरणा तक झील लगी हुई है । झील किनारे स्थित छतरियां दरीखाना विकास की बांट जोह रहा है जो शीघ्र ही पूरी होगी। रामसागर झील का सौंदर्यकरण बताइए प्रदेश की सबसे रमणीय जिलों में से एक होगी। यहां पर एक बार फिर से विदेशी सैलानियों की लगातार आवक बढ़ेगी। यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा। 15 करोड़ स्वीकृत करवाने पर राज्यमंत्री का झील संरक्षण समिति व क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा आभार जताया।
आतिशबाजी कर बांटी मिठाई
रामसागर झील संरक्षण समिति व कस्बे वासियों ने झील के विकास के लिए 15 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति निर्माण विभाग के नाम जारी होने पर उन्होंने आतिशबाजी कर मिठाइयां बांटी व खुशी जताई एवं राज्य मंत्री का आभार जताया। इस दौरान झील संरक्षण समिति के अध्यक्ष रीतेश जैन, सुनील खींची, राकेश शर्मा, चिराग नकलक, शुभम सुवालका, मदनलाल सैनी, बाबूलाल सैनी, परमेश्वर सैनी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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हिण्डोली राम सागर झील वाकई अरावली के बीच स्थित झीलों में से एक है। झील के विकास के लिए मैंने क्षेत्र की जनता से वादा किया था। वह वादा पूरा कर दिया। यहां पर उनसे 15 करोड की मांग थी जिससे 15 करोड़ के आदेश जारी करवाएं । झील को ऐतिहासिक झील का दर्जा दिलाया जाएगा। यहां पर बोटिंग, फव्वारे सहित आधुनिक सौंदर्यीकरण होगा। झील को देखने के लिए देशी-विदेशी सैलानी आएंगे। यहां पर मत्स्य पालन भी शीघ्र बंद करवा दिया जाएगा।