कुछ लोगों के लालच और व्यवस्था की नाकामी के चलते लोग आज भी कीर्तिनगर गैस आपदा से जूझ रहे हैं। विस्फोटों और मौतों के बाद से घरेलू गैस की अवैध रिफिलिंग बंद हो गई है। नतीजा- ऑटो वालों को आसानी से गैस नहीं मिलती। मंगलवार को भी डीजल शेड रोड पंप और पाल रोड स्थित एलपीजी पंप पर लंबी कतारें देखी गईं। आसानी से गैस नहीं मिलने से वाहन चालकों ने किराया बढ़ा दिया था। यानी जनता पर बोझ पड़ गया।
एम्स से रसाला रोड के 200, रातानाडा से कृषि मंडी के 120 रु. हुए
5 हजार एलपीजी ऑटो संचालित। तीन दिन से समय पर गैस की आपूर्ति नहीं हुई। ऐसे में वाहन चालकों ने मनमाने ढंग से किराया बढ़ा दिया है।
एम्स से पावटा रसाला रोड का किराया 200 रुपए कर दिया, जबकि पहले 170-180 रु. था।
जोधपुर रेलवे स्टेशन से 12वीं के 75 रु. मांगे, जबकि पहले 60-65 रुपए लेते थे।
रिक्तियां भैरुजी चौराहे से पावटा के 200 रुपए मांगे, जबकि पहले 180 रु. तक लगते थे।
रातानाडा से कृषि मंडी चौराहे के 120 रुपए मांगे, जबकि पहले 100 रु. तक लगते थे।
मनमर्जी इसलिए किराये की गाइडलाइन हीं नहीं
ऑटो चालकों के पास कोई किराया गाइड या सूची नहीं है। इसलिए मनमाना किराया वसूला जा रहा है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रामनारायण बडगुर्जर ने कहा कि ऑटो किराए में कोई मनमानी वृद्धि नहीं हो सकती है, हम जांच करेंगे।
राहत: घायलों की हालत स्थिर है
गैस की घटना में घायल हुए लोगों की हालत अभी स्थिर है। इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, कई लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। स्थिति सामान्य होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।