राजस्थान

भावुक वसुंधरा बोलीं, दादा माधव राव होते तो उन्हें ट्रेन से झालावाड़ का सफर जरूर करवाती

Shantanu Roy
15 Aug 2022 12:07 PM GMT
भावुक वसुंधरा बोलीं, दादा माधव राव होते तो उन्हें ट्रेन से झालावाड़ का सफर जरूर करवाती
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झालावाड़। कोटा से झालावाड़ सिटी पैसेंजर ट्रेन के जूनाखेड़ा तक विस्तारीकरण के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भावुक हो गईं। उन्होंने अपने बड़े भाई माधव राव सिंधिया को याद किया और कहा कि झालावाड़ में रेल का सपना साकार करने में दादा का बड़ा योगदान था, पर अफ़सोस वे हमारे बीच नहीं हैं। वे होते तो जब झालावाड़ में पहली बार जब जून 2013 में रेल सेवा शुरू हुई, तब वे उन्हें रेल से झालावाड़ जरूर लाती। इस अवसर पर झालावाड़-बारां सांसद दुष्यंत सिंह ने कोटा-झालावाड़ पैसेंजर ट्रेन को जूनाखेड़ा के लिये हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
राजे ने वर्चुअल माध्यम से झालरापाटन में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब वे पहली बार 1989 में झालावाड़ आईं, तब यहां ट्रेन की कमी खलती थी। उन्होंने इसके लिए प्रयास शुरू किए। लम्बा समय लगा। उनके भाई माधव राव सिंधिया रेल मंत्री रह चुके थे। उन्होंने उनसे भी इस बारे में बात की तो वह हंसे और बोले कि यह यात्री बस चलाने जैसा नहीं है, इसमें काफी वक्त लगता है, लेकिन इस लक्ष्य को प्राप्त करने में उन्होंने भरपूर मदद की।
जब वे नरसिम्हा राव सरकार में नगरीय उड्डयन, पर्यटन और मानव संसाधन मंत्री थे, तब उन्होंने तत्कालीन रेल मंत्री से कह कर झालावाड़-रामगंजमंडी रेल परियोजना को रेलवे प्लान में शामिल करवाया। फिर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के समय 2001 में झालावाड़-रामगंजमंडी रेल परियोजना को मंजूरी मिल गई। जब 2004 में दुष्यंत सिंह सांसद बने तो उनके भरसक प्रयास से जून 2013 में झालावाड़ तक पहली ट्रेन शुरू हुई, लेकिन इस अवसर पर दादा माधव राव इस दुनिया में नहीं थे। वे होते तो बहुत खुश होते।
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