राजस्थान

IGNP रेगुलेशनके चलते एनडीआर- रावतसर ब्रांच 24 घंटे बाद खुलेगी, किसान नाराज़

Shantanu Roy
26 Jun 2023 12:09 PM GMT
IGNP रेगुलेशनके चलते एनडीआर- रावतसर ब्रांच 24 घंटे बाद खुलेगी, किसान नाराज़
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हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ इंदिरा गांधी नहर परियोजना में मांग के मुकाबले पानी नहीं मिलने से प्रथम चरण (हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर) जिले में नियमन गड़बड़ा गया है। पाउंड लेवल नीचे जाने से रविवार को एनडीआर (नौरंगदेसर वितरिका) व रावतसर शाखा में जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। अब नहरें 24 घंटे की देरी से सोमवार शाम को खोली जाएंगी। हालांकि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोनों नहरें साढ़े आठ दिन तक चलाई जाएंगी। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया। रविवार दोपहर जगजीत जग्गी व देवेन्द्र पारीक के नेतृत्व में दर्जनों किसान मसीतांवाली हेड पहुंचे और एक्सईएन व एईएन का घेराव किया। किसानों ने दोनों इंजीनियरों को धरने पर बैठा लिया। इसे एक बार ब्लॉक भी किया गया था, लेकिन फिर खोल दिया गया। दरअसल, आईजीएनपी में मांग से कम पानी आ रहा है। इस कारण पाउंड का स्तर कायम नहीं रह सका. तालाब का रखरखाव होते ही दोनों वितरणियों में जलापूर्ति शुरू कर दी जायेगी।
दोनों वितरिकाओं के कई काश्तकार भी घोषित रेग्यूलेशन के अनुसार नहरें खोलने की मांग को लेकर मसीतांवाली हैड पर पहुंचे। भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई व पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप ने भी जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह मेहरा से मुलाकात कर रेगुलेशन के अनुसार पानी चलाने का मुद्दा उठाया। मुख्य अभियंता ने मांग से कम पानी मिलने का गणित समझाते हुए सोमवार को दोनों नहरों में पानी चलाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही चीफ इंजीनियर की ओर से बीबीएमबी और पंजाब के अधिकारियों से भी बातचीत की जा रही है। सोमवार को भी कुछ पानी बढ़ने की उम्मीद है।
हनुमानगढ़ न्यूज़ डेस्क, हनुमानगढ़ इंदिरा गांधी नहर परियोजना में मांग के मुकाबले पानी नहीं मिलने से प्रथम चरण (हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर) जिले में नियमन गड़बड़ा गया है। पाउंड लेवल नीचे जाने से रविवार को एनडीआर (नौरंगदेसर वितरिका) व रावतसर शाखा में जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। अब नहरें 24 घंटे की देरी से सोमवार शाम को खोली जाएंगी। हालांकि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दोनों नहरें साढ़े आठ दिन तक चलाई जाएंगी। इससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया। रविवार दोपहर जगजीत जग्गी व देवेन्द्र पारीक के नेतृत्व में दर्जनों किसान मसीतांवाली हेड पहुंचे और एक्सईएन व एईएन का घेराव किया। किसानों ने दोनों इंजीनियरों को धरने पर बैठा लिया। इसे एक बार ब्लॉक भी किया गया था, लेकिन फिर खोल दिया गया। दरअसल, आईजीएनपी में मांग से कम पानी आ रहा है। इस कारण पाउंड का स्तर कायम नहीं रह सका. तालाब का रखरखाव होते ही दोनों वितरणियों में जलापूर्ति शुरू कर दी जायेगी। दोनों वितरिकाओं के कई काश्तकार भी घोषित रेग्यूलेशन के अनुसार नहरें खोलने की मांग को लेकर मसीतांवाली हैड पर पहुंचे। भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई व पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप ने भी जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह मेहरा से मुलाकात कर रेगुलेशन के अनुसार पानी चलाने का मुद्दा उठाया। मुख्य अभियंता ने मांग से कम पानी मिलने का गणित समझाते हुए सोमवार को दोनों नहरों में पानी चलाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही चीफ इंजीनियर की ओर से बीबीएमबी और पंजाब के अधिकारियों से भी बातचीत की जा रही है। सोमवार को भी कुछ पानी बढ़ने की उम्मीद है।
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