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जयपुर। अगर आप कुछ रुपये बचाने के लिए रोडवेज के ड्राइवर या कंडक्टर से सेटिंग कर रहे हैं और कम रुपये में पार्सल भेज रहे हैं तो यह भारी पड़ सकता है. रूट पर उड़नदस्ता बस की जांच करता है और यदि कोई अवैध पार्सल मिलता है तो पहले उस सामान की जांच की जाएगी और फिर उसे जब्त किया जाएगा। जब्ती के बाद उस अवैध पार्सल में रखे सामान की खुली बोली के जरिए नीलामी की जाएगी। ऐसी नीलामी से प्राप्त राशि को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अकार्यशील राजस्व मद में जोड़ा जायेगा।
इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति या संस्था जब्त माल या पार्सल के संबंध में सुपुर्दगी का दावा करती है तो मुख्य प्रबंधक उस व्यक्ति या संस्था के खिलाफ संबंधित थाने में आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कराएंगे. उसके बाद विभाग को जानकारी देकर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पार्सल का अवैध परिवहन करने वाले चालक या परिचालक की भी अब खैर नहीं होगी। चेकिंग के दौरान यदि बसों में अवैध पार्सल मिलते हैं तो चालक-परिचालक की जांच की जाएगी। इसके बाद दोषी पाए जाने पर विभागीय नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी भी दर्ज कराई जा सकती है.
दरअसल, राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम का मानना है कि चालक व परिचालक अवैध रूप से बसों में पार्सल व सामान लेकर जा रहे हैं. जिसमें ज्वलनशील पदार्थ व नशीली दवाओं के परिवहन की संभावना रहती है। इससे बसों में सफर करने वाले यात्रियों की जान माल को खतरा हो सकता है। साथ ही अवैध पदार्थों के परिवहन की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में अब विभाग ने सख्त कार्रवाई के प्रावधान किए हैं।
Admin4
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