राजस्थान

नेपियर घास से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी

Tara Tandi
6 Jun 2023 12:17 PM GMT
नेपियर घास से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी
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राजस्थान सरकार के कृषि विभाग अनुसार हाथीघास के नाम से मशहूर नेपियर घास से न केवल पशुओं में दूध उत्पादन बढ़ता है, बल्कि उनका स्वास्थ्य भी उत्तम रहता है। नेपियर घास का पौष्टिकता में ऊंचा स्थान है। इससे पशुधन को साल भर हरा चारा मिलता है। पशुओं की दुग्ध उत्पादक क्षमता में 50 फीसदी वृद्वि हो जाती है। नेपियर घास का बीज नहीं होता। इसके डंठल को नेपियर स्टिक कहते हैं। स्टिक को खेत में डेढ से दो फीट की दूरी पर रोपा जाता है। एक बीघा में 5 हजार डंठल का रोपण होता है।
संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार ने नेपियर घास को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में बजट की व्यवस्था की है। जिसके तहत जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में नेपियर घास के 2-2 प्रदर्शन प्रगतिशील पशुपालकों के यहां 0.1 हैक्टेयर भूमि पर लगाया जाएगा जिले में कुल 464 प्रदर्शन लगाए जाएंगे, साथ ही विभाग द्वारा घास की कटिंग पर कृषक को 0.1 हैक्टेयर पर अधिकतम 10 हजार रूपए प्रति प्रदर्शन अनुदान भौतिक सत्यापन उपरान्त दिया जाएगा। संयुक्त निदेशक कृषि ने बताया कि प्रदर्शन आयोजन के लिए प्रगतिशील पशुपालक कृषकों का चयन राज किसान साथी पार्टल के माध्यम से संबंधित कृषि पर्यवेक्षक, सहायक कृषि अधिकारी द्वारा जन आधार कार्ड से किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए नजदीकी कृषि कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।
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