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दौसा लालसोट अनुमंडल क्षेत्र के सनवासा ग्राम पंचायत के थुनिधिराजपुरा गांव के एक व्यक्ति ने दुष्कर्म के आरोप में फंसे अपने नाबालिग बेटे को बचाने के लिए निर्झरना तहसील कार्यालय से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की अनुमति जारी की थी. मामला सामने आते ही तहसीलदार ने तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। लेकिन आरोपी के पिता पर भी कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीण तहसील कार्यालय पर धरने पर बैठ गए.
पूर्व सरपंच जगदीश मीणा ने बताया कि थुनिधिराजपुरा गांव निवासी अशोक मीणा को अपने नाबालिग बेटे का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की अनुमति जारी की गयी थी. उसके बेटे के खिलाफ थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज है। ऐसे में उसने फर्जी दस्तावेज पेश कर अपने बेटे को दुष्कर्म की सजा से बचाने के लिए सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की अनुमति हासिल कर ली. उन्होंने बताया कि अनुमति मिलते ही उन्होंने तहसीलदार से शिकायत की तो तहसीलदार ने तत्काल मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगाते हुए जांच का आदेश जारी कर दिया. जांच करने पर पता चला कि जिस लड़के का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया जा रहा था वह जिंदा है। ऐसे में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले आरोपी अशोक कुमार मीणा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठ गए.
जिसके बाद आज तहसीलदार सीमा गुणावत ने थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले आरोपी अशोक कुमार मीणा के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा है. इसके बाद 3 दिन से चल रहा धरना समाप्त हुआ। झामपाड़ा थानाधिकारी रिछपाल सिंह ने बताया कि निर्झरना तहसीलदार ने समवासा ग्राम पंचायत के थुनिधिराजपुरा गांव निवासी अशोक कुमार मीणा को फर्जी दस्तावेज पेश कर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की अनुमति जारी की थी. इस संबंध में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पत्र लिखा। जिस पर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले आरोपी अशोक कुमार मीणा के खिलाफ धारा 420, 465 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
HARRY
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