शारदीय नवरात्रि की शोभा सोमवार को हर तरफ देखने को मिली. चित्तौड़गढ़ शहर में कई बड़े आयोजन हो रहे हैं। शाम को शुभ मुहूर्त पर मां की प्रतिमाओं को पंडालों में स्थापित किया गया और उसके बाद डांडिया नृत्य शुरू किया गया. वहीं देर रात तक गांव और शहर में डांडिया की धुन सुनाई देती रही. इस दौरान सभी आयोजकों ने खास सजावट भी की है.
नौ दिनों तक चले नवरात्रि की चमक शहर के कोने-कोने में देखने को मिली। दो साल बाद इतने बड़े पैमाने पर आयोजन किया जा रहा है। शाम के समय विभिन्न मोहल्लों और सार्वजनिक स्थानों पर पंडालों को विशेष रोशनी से सजाया गया और वहां मां की मूर्ति स्थापित की गई। जहां गरबा करने के लिए युवक-युवती, स्त्री-पुरुष और बच्चे आए। इस दौरान कई जगहों पर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है.
शहर में विभिन्न स्थानों पर गरबा महोत्सव का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जा रहा है। गली मोहल्ले में सजे गरबा पंडालों में मां जगदंबा की आरती के बाद डांडिया रास की शुरुआत हो रही है. गरबा नृत्य देखने के लिए पंडालों में भारी भीड़ उमड़ी है। देर रात तक युवा नेता डांडिया की झंकार के साथ गुजराती और मेवाड़ी गीतों पर थिरकते नजर आ रहे हैं. शहर की विभिन्न कॉलोनियों में इस तरह के आयोजन हो रहे हैं। मेवाड़ महोत्सव समिति में 13 फीट की मां की मूर्ति की पूजा कर मंदिर में स्थापित किया गया। डांडिया को लेकर पहले ही दिन शहरवासियों में खासी उत्सुकता रही। सभी अलग-अलग ड्रेस में डांडिया खेलते नजर आए। पंडालों में गुजराती गरबा, मेवाड़ी और फिल्मी गीतों की धुन सुनाई दी।
न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan