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अजमेर, अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में गुरुवार को डकैत जगन गुर्जर की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच सशस्त्र कर्मियों के साथ जेएलएन अस्पताल लाया गया। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच उच्च सुरक्षा वाले जेल भेज दिया गया। इस दौरान सिविल लाइंस व कोतवाली थाने का पुलिस बल भी मौजूद रहा। सूत्रों के मुताबिक पिछले 3 दिनों से डाकू जगन गुर्जर की तबीयत नाजुक बनी हुई है। गुरुवार को तेज बुखार के चलते उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था।
6 महीने से हाई सिक्योरिटी में बंद
डकैत जगन गुर्जर हत्या, लूट, रंगदारी के विभिन्न मामलों में सजा काट रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जगन गुर्जर पिछले 6 महीने से हाई सिक्योरिटी जेल में बंद है। जिसे धौलपुर जेल में रहने के दौरान हंगामे के बाद अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया था।
28 साल पहले अपराध की दुनिया में आया था कदम
कुख्यात डकैत जगन गुर्जर 28 साल पहले अपराध की दुनिया में आया था। साल 1994 में धौलपुर के बारी के भवतीपुरा गांव के रहने वाले जगन ने अपने पिता की बेइज्जती का बदला लेने के लिए पहला अपराध किया था। उसके खिलाफ 28 साल में 123 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से ज्यादातर मामले हत्या और अपहरण के हैं। पुलिस मुठभेड़ों की गिनती नहीं है।
तीन राज्यों में डाकू जगन गुर्जर का नाम
डाकू जगन गुर्जर ने अपने गिरोह के साथ उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को लगातार 7 साल तक आतंकित किया। हत्या, अपहरण और लूटपाट के कारण तीनों राज्यों में जगन गुर्जर का भय स्थापित हो गया था। आतंकी जगन ने पहली बार 2001 में तत्कालीन एसपी बीजे जॉर्ज जोसेफ के सामने आत्मसमर्पण किया था।
विधायक मलिंगा को मिली जान से मारने की धमकी
दिसंबर 2021 में जमानत पर छूटने के बाद जगन ने बारी (धौलपुर) कस्बे में फायरिंग कर दी। व्यापारियों की शिकायत पर बारी विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने जगन गुर्जर को चेताया। इससे नाराज जगन ने 22 जनवरी को बारी विधायक के खिलाफ वायरल कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस की टीमें खड्डों में छिपे जगन की तलाश में जुटी हैं। करीब 15 दिन बाद करौली पुलिस ने जंगल में छापेमारी कर डकैत जगन गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया।
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