राजस्थान

साइबर ठग ने बैंक कर्मचारी बताकर एक व्यक्ति से 70 हजार ठगी

Admin4
3 May 2023 7:19 AM GMT
साइबर ठग ने बैंक कर्मचारी बताकर एक व्यक्ति से 70 हजार ठगी
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जोधपुर। मादक पदार्थ व अन्य अपराधिक गतिविधियों में सक्रिय बदमाशों के साथ-साथ वांटेड अपराधियों का पुलिस से बचना अब आसान नहीं होगा, क्योंकि अब राजस्थान पुलिस ऐसे बदमाशों की धरपकड़ के लिए बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के स्नीफर डॉग्स (खोजी श्वान) की मदद लेनी शुरू की है।एडीजी अपराध दिनेश एमएन ने जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में सक्रिय बदमाशों पर अंकुश व धरपकड़ के लिए गत दिनों 15 बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के स्नीफर डॉग्स भेजे थे। जिनकी मदद से चार दिन फलोदी व लोहावट क्षेत्रों में तक सघन तलाशी ली गई थी। पुलिस मुख्यालय की ओर से अपराधिक गतिविधियों वाले क्षेत्रों में इन खोजी श्वान की मदद ली जा रही है।
यह बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के खोजी श्वान मादक पदार्थ अफीम, स्मैक, एमडी व अन्य ड्रग्स को सूंघने की क्षमता रखते हैं। एक बार ऐसे पदार्थ सूंघने के बाद वह उन्हें खोज निकालने की क्षमता रखते हैं।यह खोजी श्वान में किसी भी फरार बदमाश से जुड़े कपड़े, जूते व अन्य वस्तु से मिले सुराग से तलाश करने में सक्षम तो हैं ही। साथ ही साथ इनमें जमीन के दो मीटर अंदर तक पता लगाने की खूबी भी हैं।
22 अप्रेल : मध्यरात्रि में पुलिस ने चंपासर निवासी गणेशाराम पुत्र भैराराम हनुमानगढ़ पुलिस का वांटेड था। पुलिस ने उसकी तलाश में दबिश दी थी। चारपाई पर सो रहे गणेशाराम को पुलिस के आने का पता लगा तो वह भाग गया था। चारपाई व गणेशाराम के चप्पल बेल्जियन मेलिनोइस स्नीफर डॉग को सूंघाए गए थे। फिर डॉग की मदद से पीछा कर पुलिस ने गणेशाराम को पकड़ लिया था।
जोधपुर न्यूज़ डेस्क, सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के चांद बावड़ी में एक साइबर ठग ने खुद को एसबीआई का कर्मचारी बताकर एक व्यक्ति से अत्यधिक क्रेडिट कार्ड चार्ज करने का झांसा देकर 70 हजार रुपये की उगाही की. पुलिस ने पूरी रकम हड़प ली और 50 हजार रुपए वापस कर दिए।थानाध्यक्ष दिनेश लखावत ने बताया कि आदेश ओझा के मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था और उसने खुद को एसबीआई का कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड के ज्यादा चार्ज होने की जानकारी दी थी. फीस कम करने के बहाने मोबाइल में एनी डेस्क एप डाउनलोड कर लिया। फिर क्रेडिट कार्ड से 69,999 रुपये निकाले गए। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने साइबर पोर्टल 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। जो थाने पहुंची।
सिपाही ताराचंद ने जांच की तो पता चला कि 50 हजार रुपये फ्लिपकार्ट से खरीदे गए और मोबोक्विक के खाते में 19,999 रुपये जमा कराए गए। पुलिस ने नोडल अधिकारियों से संपर्क कर फ्लिपकार्ट से क्रय आदेश निरस्त करवाया। राशि भी वापस करवाई। जबकि एक्सिस बैंक के खाते में 19,999 रुपये में से 19,000 रुपये जमा हुए। जिसे भी होल्ड पर रखा गया था। यह राशि वापस दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
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