राजस्थान

करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाले गिरफ्तार

Admin4
6 Jun 2023 10:20 AM GMT
करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाले गिरफ्तार
x
जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने के नाम पर एक करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाली गैंग का खुलासा करते हुए सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
एटीएस-एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि इंस्टाग्राम पर वीडियो लाइक करने के नाम पर एक करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी करने वाली गैंग के आनन्द नेहरा (23) निवासी गांव नयाबास फतेहपुर सदर सीकर हाल नवलगढ रोड सीकर ,अभिषेक बाजिया (22)निवासी गांव लाखनी रींगस जिला सीकर, रवि साहू (24) निवासी पीसांगन जिला अजमेर ,सचिन नामा (23) निवासी पीसांगन जिला अजमेर , सचिन ख्यालिया (24) निवासी दादिया जिला सीकर,देवीलाल सुथार (27) निवासी आमेट जिला राजसंमद और हरिशंकर जाट (31) निवासी आकोला जिला चितौडगढ़ को गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में पीड़ित दीपक शर्मा ने मई माह में मामला दर्ज करवाया था कि एक अप्रैल 2023 को वाट्सएप पर एक मैसेज आया । जिसमें सोशल मीडिया के द्वारा 3 से 5 हजार रुपये प्रतिदिन कमाई करने का प्रस्ताव दिया। प्रस्ताव अनुसार टेलीग्राम के एक ग्रुप में जॉईन कर विभिन्न प्रकार के टॉस्क दिये जाते। इन टास्क में से एक इंस्टाग्राम अकाउंट को फॉलो करके तथा उनकी पोस्ट को लाईक करके सम्बन्धित स्क्रीन शॉट टेलीग्राम ग्रुप में शेयर करने होते थे। लाइक करने के टॉस्क पर 50 से 100 रुपये दिये जाते थे। इसी प्रकार अन्य टॉस्क के रूप में इन्वेस्टमेंट करने का टास्क अनिवार्य बताया कर उससे एक करोड एक लाख रुपये की ठगी की गई है।
जांच में पाया गया कि साइबर अपराधियों द्वारा अपराध किये जाने के लिए इस नई आपराधिक प्रणाली उपयोग में ली गई है। इस अपराध प्रणाली के वर्तमान में अनेक प्रकरण दर्ज है और साइबर अपराधी कुछ मुनाफा देकर इन्वेस्टमेन्ट के नाम पर बडी राशि की ठगी कर रहे है। वहीं इस मामले में पीडित ने जिन संदिग्ध 31 बैंक खातों में एक करोड़ से अधिक की राशि जमा करवायी गई है, उन खातों से विश्लेषण से ज्ञात हुआ है इन खातो में तीन से 15 दिवस की अल्प अवधि में एक अरब से अधिक रुपये का लेन देन हुआ है।
इंस्टाग्राम पर पर वीडियो लाईक के जॉब के विषय को लेकर तीन प्रकरण दर्ज है। जिनमें प्रथम लाभकर्ता राज्य में अलग-अलग जिलों के निवासी है, लेकिन जांच में सामने आया है कि सभी खाते चितौडगढ़ से संचालित किये जा रहे है। इस प्रकार चितौडगढ़ का आकोला, कपासन, फतेहनगर क्षेत्र व अन्य आसपास का क्षेत्र पिछले कुछ महिनों में साइबर अपराध में साइबर स्पॉट चिन्हित हुये है, जहां मेवात क्षेत्र, जामताड़ा की भांति बहुसंख्यक लोग साइबर अपराधों में लिप्त है ।
Next Story