राजस्थान की राजनीति अब सीएम गहलोत के मुख्यमंत्री बने रहने पर आ चुकी है और इसी मामले में आज करीब आधा दर्जन मंत्री और एक दर्जन से ज्यादा विधायक मुख्यमंत्री आवास पहुंचे है। अचानक मुख्यमंत्री आवास पर मंत्रियों और विधायकों के पहुंचने के बाद सियासी गलियारों में एक बार फिर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। हालांकि, दलील यह भी दी जा रही है कि इन सभी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात का समय मांगा था। साथ ही अब अजय माकन से भी आलाकमान के नाराज होने की खबरें सामने आ रही हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए जो मंत्री और विधायक पहुंचे उनमें मंत्री भंवर सिंह भाटी, मंत्री सालेह मोहम्मद, अशोक चांदना, सुखराम बिश्नोई, विधायक मीना कुमारी, रफीक खान, खुशवीर जोजावर, अमित चाचाण, मदन प्रजापत, जगदीश जांगिड़ सहित कई विधायक सीएम से मिले है। साथ ही अजय माकन द्वारा सारा मामला ठीक तरह से हैंडल नहीं किए जाने की खबरें है। इसी बीच एक कट्टर गहलोत समर्थक ने दावा करते हुए कहा कि गहलोत राजस्थान में ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे और अब कोई दूसरा व्यक्ति कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा।
इन चर्चाओं से अध्यक्ष पद के दूसरे उम्मीदवार शशि थरूर का भी आत्मविश्वास बढ़ रहा हैं। अब अगले 24 घंटे राजस्थान की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण हैं। खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से जब यह पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों और मंत्रियों को उनके आवास मिलने के लिए बुलाया है तो उन्होंने किसी भी तरह की मीटिंग कॉल होने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि मुख्यमंत्री ने विधायकों और मंत्रियों को बुलाया है। जो विधायक और मंत्री पहुंचे हैं उन्होंने पहले से ही समय मांगा हुआ था।
न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan