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मां जैसी ही रिटायरमेंट के बाद स्कूल से घर जाने के लिए निकली, उन्हें स्कूल ग्राउंड में हेलीकॉप्टर खड़ी मिली। परिवार के साथ वो हेलीकॉप्टर में बैठकर घर पहुंची, जहां गांव वालों ने उनका फूल बरसाकर स्वागत किया।
अजमेर में मां के रिटायरमेंट को एक बेटे ने यादगार बना दिया। मां के स्कूल से रिटायर होने पर इंजीनियर बेटा उन्हें हेलीकॉप्टर से घर लेकर आया। मां के लिए बेटे की यह पहल देख लोगों का दिल भर आया।
अजमेर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय केसरपुरा, पीसांगन से सुशीला चौहान (60) रिटायर हुईं। उनका बेटा योगेश चौहान अमेरिका में एक कंपनी में इंजीनियर पद पर कार्यरत है। पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र में केसरपुरा ग्राम पंचायत में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से शनिवार को सुशीला सेवानिवृत हो गईं। उनके बेटे योगेश चौहान ने उनकी रिटायरमेंट को यादगार बना दिया है। वह मां के रिटायरमेंट से चार दिन पहले अमेरिका से अपने घर आ गया। यहां पहुंचते ही योगेश चौहान ने प्रशासन से हेलीकॉप्टर के लिए परमिशन ले ली।
योगेश की मां स्कूल से सेवानिवृत्ति के बाद जैसे ही घर जाने के लिए निकली, उन्हें स्कूल के खेल मैदान पर हेलीकॉप्टर खड़ा मिला। हेलिकॉप्टर में शिक्षिका सुशीला के साथ योगेश, पिता रमेशचंद, बहन कविता और दीपिका चौहान भी सवार हुए। वे पीसांगन से उड़ान अजमेर के तोपदड़ा स्कूल ग्राउंड पर लैंड किया। यहां गांव वालों ने फूल बरसाकर शिक्षिका का स्वागत किया।
योगेश चौहान ने बताया कि दो साल पहले उनके घर में बेटी ने जन्म लिया था। तब उनकी मां अपनी पोती से मिल नहीं पाई थी। वह अक्सर कहा करती थी कि जब उनकी पोती भारत आएगी, तब वो हेलीकॉप्टर से लेकर आएंगी। योगेश ने बताया कि तभी उन्होंने सोचा कि वो मां को हेलीकॉप्टर पर घुमाएंगे।