न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि लंपी डिजीज को देखते हुए अजमेर, बीकानेर और जोधपुर कार्यालयों को आठ से 12 लाख रूपए का बजट आवंटित किया गया है। इसके साथ ही प्रभावित जिलों में अतिरिक्त पशु चिकित्सक लगाए गए हैं।
राजस्थान में मवेशियों में लंपी स्किन डिजीज फैल गया है। जिससे करीब तीन हजार से ज्यादा गायों की मौत हो गई। इस बीमारी से करीब दो लाख गायें संक्रमित हैं। ऐसे में पशुपालन मंत्री लालचंद काटरिया ने लंपी स्किन डिजीज की समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बीमारी की रोकथाम के लिए मिशन मोड पर काम करने के निर्देश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने पशुओं में फैल रही बीमारी को लेकर जिलावार अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान पशुपालन मंत्री ने लंपी स्किन डिजीज के संक्रमण की स्थिति, रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों, दवा की उपलब्धता और चिकित्सा कर्मियों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने जरूरत के अनुसार संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
मंत्री ने अधिकारियों को संक्रमण की जानकारी मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर इलाज करने और पशुपालकों को बचाव के उपायों के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आपातकालीन जरूरी दवाएं खरीदने के लिए संभाग स्तरीय अजमेर, बीकानेर और जोधपुर कार्यालयों को आठ से 12 लाख रूपए और बाकी प्रभावित जिलों को दो से आठ लाख रुपए का बजट दिया गया है।
लालचंद कटारिया ने बताया कि ये राशि पूर्व में इमरजेंसी बजट में समस्त जिला स्तरीय कार्यालयों और बहु उद्देशीय पशु चिकित्सालयों को आवंटित राशि के अतिरिक्त जारी की गई है। आपातकालीन परिस्थितियों को देखते हुए अन्य जिलों के औषधि भंडारों में उपलब्ध औषधियां प्रभावित जिलों में भेजी गई है। अत्यावश्यक औषधियां जैनरिक नाम से उपलब्ध नहीं होने पर ब्रांड नाम से खरीदने की स्वीकृति दी गई है। उन्होंने बताया कि ज्यादा प्रभावित जिलों में स्टेट मेडिकल टीम और पड़ोसी जिलों से टीमें भेजी गई हैं। इसके साथ ही प्रभावित जिलों के लिए अन्य जिलों से 29 पशु चिकित्सक और 93 पशुधन सहायक लगाए गए हैं।