x
बड़ी खबर
झुंझुनूं राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें यात्रा के लिए सुरक्षित नहीं हैं। यानी शहरों के बजाय गांवों की सड़कों पर लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं. यह हम नहीं, बल्कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की हाल ही में जारी सड़क दुर्घटना रिपोर्ट कह रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में राज्य में कुल 20951 सड़क हादसे हुए। इनमें से 10043 की जान चली गई। इन हादसों में सबसे ज्यादा 14386 हादसे ग्रामीण क्षेत्रों में हुए। इनमें से 7588 लोगों की जान चली गई, जबकि इस दौरान 6565 हादसे शहरी इलाकों में हुए, जिनमें 2455 लोगों की जान चली गई। इन हादसों की सबसे बड़ी वजह ओवर स्पीड है। ओवर स्पीड के कारण प्रदेश में 17094 हादसों में 8236 लोगों की जान चली गई।
यानी एक साल में राज्य में हुई कुल 10043 मौतों में से 82% तेज गति के कारण हुईं। इनमें भी सबसे ज्यादा 4111 बाइक सवार शिकार बने हैं। इसका कारण हेलमेट नहीं पहनना है। इसके बाद हादसों में जान गंवाने वालों में कार सवार आ जाते हैं। उम्र की बात करें तो प्रदेश में पिछले साल 18 से 35 साल के 5835 युवाओं ने जान गंवाई। यानी कुल मौतों में 58 फीसदी इस उम्र के युवा थे. 18 से 18 वर्ष की आयु के 382 किशोर थे। रिपोर्ट का विश्लेषण करने पर पता चला कि पिछले साल राज्य में सबसे ज्यादा सड़क हादसे शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच हुए। इस दौरान 4238 हादसे हुए। इसके बाद दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच और हादसे हुए। यानी 40 फीसदी हादसे दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच हुए। बाकी हादसे सुबह छह बजे से दोपहर तीन बजे के बीच हुए। कुल दुर्घटनाओं में से सिर्फ 8 फीसदी दुर्घटनाएं रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुईं।
HARRY
Next Story