राजस्थान
सवाई मानसिंह अस्पताल से बीते 3 अगस्त को 4 माह के मासूम बच्चे दिव्यांश योगी के हुये अपहरण के 72 घंटे बाद पुलिस ने उसे सकुशल किया बरामद
Ritisha Jaiswal
7 Aug 2022 11:55 AM GMT
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राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Mansingh Hospital) से बीते 3 अगस्त को चार माह के मासूम बच्चे दिव्यांश योगी के हुये अपहरण (Divyansh Yogi kidnapping case) के 72 घंटे बाद पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया है
राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Mansingh Hospital) से बीते 3 अगस्त को चार माह के मासूम बच्चे दिव्यांश योगी के हुये अपहरण (Divyansh Yogi kidnapping case) के 72 घंटे बाद पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी अपहरणकर्ता हेमेंद्र जाट को भी पकड़ लिया है. पूछताछ में अपहरण को लेकर जो खुलासा हुआ है वह दिल को दहला देने वाला है. अपहरणकर्ता के चार बेटियां है. उसने बेटे की चाह के चलते मासूम दिव्यांश का अपहरण किया था.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने शनिवार को वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी हेमेंद्र के चार बेटियां हैं. बेटे की चाह में हेमेंद्र ने किसी छोटे बच्चे का अपहरण करने की बात सोची. वह पिछले करीब 6 महीने से जयपुर के सिंधीकैंप बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य जगहों पर रैकी कर रहा था ताकि किसी बच्चे को उठाकर ले जा सके. इस बीच वह 3 अगस्त को वह जयपुर में एसएमएस अस्पताल पहुंचा.
150 पुलिसकर्मियों की टीमों ने 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले
एसएमएस अस्पताल में हेमेंद्र जाट ने दौसा में चांदराना से बड़े बेटे का इलाज करवाने बांगड़ यूनिट में आए अंकुर योगी के 4 महीने के मासूम बेटे को चुना. बच्चे के दादा दादी को इलाज करवाने के लिए मदद के बहाने सहानुभूति दिखाकर हेमेंद्र 3 अगस्त को दिव्यांश का अपहरण कर भाग निकला. उसके बाद वह बच्चे को घर ले गया. वारदात के बाद डीसीपी पूर्व डॉ. राजीव पचार के निर्देशन में 150 पुलिसकर्मियों की टीमों ने करीब 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इनमें अपहरणकर्ता हेमेंद्र का चेहरा भी सामने आया.
शुक्रवार रात 11 बजे कांस्टेबल भीम सिंह को मिली सूचना
इस बीच सोशल मीडिया पर आरोपी का वायरल फोटो देखकर शुक्रवार रात 11 बजे महेश नगर थाने के कांस्टेबल भीम सिंह को सूचना मिली कि बच्चे के अपहरण करने वाले व्यक्ति का हुलिया शिप्रापथ में चौखटी पर मजदूरी करने वाले एक व्यक्ति से मिलता जुलता है. इस पर कांस्टेबल भीम सिंह और गजराज वहां पहुंचे. वे अगले दिन शनिवार को भी चौखटी पर पहुंचे. वहां कुछ लोगों को फोटो दिखाई तो हेमेंद्र जाट के रूप में मजदूरों से पहचान हो गई.
भरतपुर के नदबई का रहने वाला है अपहरणकर्ता हेमेन्द्र
दूसरी तरफ साइबर सेल के कांस्टेबल रामसिंह ने मोबाइल कॉल लोकेशन से पता लगाया कि हेमेंद्र वारदात के दिन एसएमएस अस्पताल में था. उसके बाद पुलिस ने शनिवार को जयुपर में ही शिप्रापथ थाना इलाके में रीको एरिया के पास हेमेंद्र जाट के घर दबिश देकर अपहृत दिव्यांश को सकुशल बरामद कर लिया. बाद में अपहरणकर्ता हेमेंद्र जाट को भी धरदबोचा. आरोपी हेमेंद्र भरतपुर के नदबई का रहने वाला है. वह जयपुर में रहकर मजदूरी करता है.
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