राजस्थान

हत्याकांड के षडयंत्र में शामिल दस हजार का इनामी बदमाश पकड़ा गया

Admin4
16 May 2023 12:05 PM GMT
हत्याकांड के षडयंत्र में शामिल दस हजार का इनामी बदमाश पकड़ा गया
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जोधपुर। जोधपुर पुलिस (Police) अभिरक्षा में बंदी सुरेश सिंहहत्या (Murder) कांड के षडय़ंत्रकारी दस हजार के इनामी आरोपित को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार कर 18 मई तक अभिरक्षा में लिया है. उससे अब पूछताछ किए जाने के साथ उसके रहने के ठिकानों की जांच में जुटी है. मुख्य आरोपित अजयपाल सिंह उर्फ एपी एक लाख का इनामी है, वो अभी हाथ नहीं लगा है. पुलिस (Police) ने कुल पांच हथियारों में से एक अवैध 12 बोर राइफल मय दस जिंदा कारतूस बरामद किए है. गिरफ्तार आरोपित बन्दी कीहत्या (Murder) का षड्यन्त्रकारी होने के साथ-साथ शूटर अजयपाल सिंह को फरारी के दौरान शरण देने व सहयोग करने का है.
डीसीपी पूर्व डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि अब तक प्रकरणों में छह विभिन्न राज्यों से कुल 27 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अजयपाल सिंह केन्द्रीय कारागृह, जोधपुर (Jodhpur) से पैरोल स्वीकृत करवा कर फरार हो गया था. जिस पर रातानाडा थाने में मामला दर्ज किया गया था. बंदी सुरेश सिंह निवासी दर्री पुलिस (Police) थाना गुढा एंदला व अन्य कैदी के साथ जिला पाली में पेशी करवाने के बाद भाटी चौराहा, जोधपुर (Jodhpur) पुलिस (Police) टीम पहुंची व सरकारी वाहन का इन्तजार करने के दौरान अज्ञात मुल्जिमानों द्वारा बंदी सुरेश सिंह की गोली मारकरहत्या (Murder) कर दी गई थी. जिस पर 18 दिसम्बर 21 कोहत्या (Murder) का प्रकरण दर्ज किया था.
इन प्रकरणों में पूर्व में गिरफ्तार आरोपित प्रवीण सिंह पुत्र जब्बर सिंह निवासी मणिहारी पाली एवं अन्य घटना व षड्यन्त्र में शामिल आरोपितों की पूछताछ में सामने आया कि बंदी सुरेश सिंह कीहत्या (Murder) को अंजाम देने के लिये कुल पांच अवैध हथियार लाए गए थे. षड्यन्त्र में शामिल सभी लोगों को सुरेश सिंह कीहत्या (Murder) करने के लिये अलग-अलग हथियार बांटकर टारगेट दिया गया था. उनमें से दो हथियार घटना को अंजाम देने वाले अजयपाल सिंह और हिमांशु मीणा को दिए गए थे तथा शेष तीन हथियार प्रवीण सिंह व जब्बर सिंह द्वारा बाड़मेर के सिवाना थानान्तर्गत राजपूतों का बास निवासी सुरेन्द्र सिंह पुत्र गणपतसिंह को दिए गए. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपित सुरेन्द्र सिंह की पूछताछ में यह भी सामने आया कि प्रवीण सिंह ने हमें हथियार यह कहकर बांटे थे कि बन्दी सुरेश सिंह को जो भी पहले मार सकें मार दें उसके बाद मेरे भाई छोटूसिंह केहत्या (Murder) रे पृथ्वी सिंह निवासी सिवाना, बाड़मेर जो अभी बालोतरा जेल में है को मारकर छोटू सिंह कीहत्या (Murder) का बदला लेना है.
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