न्यूज़क्रेडिट;अमरउजाला
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में सोमवार को पंजाब के मोहाली जिले के सात युवकों की गोबिंद सागर झील में डूबने से मौत हो गई। हादसे पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दुख व्यक्त किया है। सभी युवक मंदिरों के दर्शन करने हिमाचल प्रदेश पहुंचे थे। नहाते वक्त हादसा हुआ। सभी तैरना नहीं जानते थे। हादसे से पहले सभी युवकों ने एक फोटो ली और यह उनकी आखिरी फोटो साबित हुई। सात लोगों की मौत से पंजाब के बनूड़ में शोक की लहर है।
एक ख्वाहिश ने सभी की जिंदगी का रुख मोड़ दिया। बनूड़ के मीरा शाह कॉलोनी के रहने वाले 11 लोग मोटसाइकिलों पर हिमाचल प्रदेश में धार्मिक स्थानों की यात्रा करने गए थे। माता नैना देवी मंदिर में माथा टेकने के बाद वे बाबा बालक नाथ मंदिर जा रहे थे। जब सभी लोग थाना बंगाणा के गांव कोलका के नजदीक स्थित बाबा गरीब दास मंदिर के पास दोपहर करीब साढ़े तीन बजे पहुंचे तो एक नौजवान ने नहाने की इच्छा जताई।
इसके बाद कुछ युवक नहाने लगे। झील की गहराई का अंदाजा न होने के कारण अचानक एक युवक डूबने लगा तो अन्य ने श्रंखला बनाकर बचाने की कोशिश की। मगर देखते ही देखते सभी झील में डूब गए। हादसे में दो परिवारों ने अपने दो-दो बेटे खोए हैं जबकि चार आपस में चाचा-भतीजा लगते थे।
गुरप्रीत और रमन कुमार बाहर बैठकर नहा रहे युवकों को देख रहे थे। दो अन्य युवक सोनू और कृष्ण भी थोड़ी दूरी पर थे। तभी अचानक एक युवक डूबने लगा। श्रंखला बना कर डूब रहे युवकों को बचाने की कोशिश की गई। मगर हाथ छूटने से संतुलत बिगड़ गया और बारी-बारी से सभी युवक डूब गए। अपनों को डूबता देख गुरप्रीत और रमन कुमार ने चिल्लाना शुरू किया। सोनू और कृष्ण भी दौड़े। मगर सात युवकों को बचाया नहीं जा सका।
मृतकों की पहचान पवन कुमार (35) पुत्र सुरजीत राम, रमन कुमार (19) और लाभ सिंह (16) पुत्र लाल चंद, लखवीर सिंह (16) और अरुण कुमार (14) पुत्र रमेश कुमार, विशाल कुमार (18) पुत्र राजू, शिवा कुमार (16) पुत्र अवतार सिंह के रूप में हुई है।