पंजाब

पंजाब में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिये गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती को मिली मंजूरी

Ritisha Jaiswal
5 Sep 2022 12:37 PM GMT
पंजाब में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिये गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती को मिली  मंजूरी
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पंजाब में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिये गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती को मंजूरी देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश की यूनिवर्सिटियों और कालेजों में एक अक्टूबर से यूनिवर्सिटी अनुदान आयोग का सातवां वेतन आयोग लागू करने का सोमवार को एलान किया

पंजाब में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिये गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती को मंजूरी देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने प्रदेश की यूनिवर्सिटियों और कालेजों में एक अक्टूबर से यूनिवर्सिटी अनुदान आयोग का सातवां वेतन आयोग लागू करने का सोमवार को एलान किया। भगवंत मान ने शिक्षकों को शिक्षक दिवस की बधायी देते हुए कहा कि यूनिवर्सिटियों और कालेजों के स्टाफ की तरफ से सातवां वेतन आयोग लागू करने की मांग की जा रही थी और इस मांग को पूरा करते हुए एक अक्टूबर से लागू करने का फ़ैसला किया गया है।

मुख्यमंत्री ने सरकारी कालेजों में अध्यापकों की कमी पूरी करने के लिए कालेजों में गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों की भर्ती करने का भी एलान किया जिससे विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में कोई मुश्किल पेश नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए हमारी सरकार पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है और कालेजों में अध्यापकों की कमी नहीं रहने दी जायेगी। कालेजों में पहले से पढ़ा रहे गेस्ट फेकल्टी अध्यापकों के मान-भत्ते में भी सम्मान योग्य वृद्धि का एलान करते हुए कहा कि ये टीचर 18-20 साल के समय से शिक्षा दे रहे हैं और सरकार ने इनके मान-भत्ते में विस्तार करने की मंजूरी दे दी है।
उन्होंने अध्यापक दिवस को अपने जीवन का ख़ास दिन बताया और कहा, " मैं ख़ुद अध्यापक का पुत्र हूं जिस कारण मेरे लिए आज का दिन विशेष महत्त्व रखता है। माता-पिता के बाद बच्चे की सकारत्मक सृजना में सबसे अहम भूमिका अध्यापक की होती है जो विद्यार्थी जीवन में बच्चे का मार्गदर्शन करता है। इसी कारण अध्यापकों को सम्मान के तौर पर ''राष्ट्र के निर्माता'' कहा जाता है। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ईमानदारी, लगन और समर्पण भावना के साथ ड्यूटी निभा रहे समूह अध्यापकों को मैं आज के दिन की बधाई देता हूं


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