पंजाब के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि डेरा बस्सी स्थित क्यूपी फार्माकेम लिमिटेड ने कंबोडिया को खांसी की दवाई की 18,000 बोतलें निर्यात की हैं, जहां से इसे अन्य देशों में वितरित किया जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को पंजाब की एक फार्मास्युटिकल यूनिट द्वारा निर्मित किए जा रहे दूषित कफ सिरप के लिए मेडिकल अलर्ट जारी किया।
खांसी की दवाई डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल की उपस्थिति से दूषित पाई गई। प्रतिकूल मामलों में यह मतली, दस्त, पेट दर्द या मौत का कारण बन सकता है। लेकिन राज्य एफडीए ने कहा कि डब्ल्यूएचओ द्वारा अब तक ऐसी कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
पंजाब के राज्य औषधि नियंत्रक संजीव गर्ग ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन से सूचना मिलने के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ), बद्दी और पंजाब एफडीए की संयुक्त टीम ने 18 अप्रैल को निर्माता के परिसर का निरीक्षण किया। यूनिट में कुछ रेनोवेशन का काम चल रहा था, जिससे कोई नया मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो रहा था।
दवा उपलब्ध नहीं थी लेकिन हर निर्माता को दवा की एक्सपायरी के छह महीने बाद तक दवा का नियंत्रित नमूना सुरक्षित रखना होता था। इसलिए नियंत्रित नमूना एकत्र किया गया और परीक्षण के लिए सीडीएससीओ प्रयोगशाला भेजा गया, लेकिन रिपोर्ट का अभी इंतजार है। इसके बाद पंजाब एफडीए ने फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।