पंजाब

गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी ने शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को पूछताछ के लिए 30 अगस्त को किया तलब

Ritisha Jaiswal
25 Aug 2022 1:49 PM GMT
गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी ने शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को पूछताछ के लिए 30 अगस्त को किया तलब
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पंजाब के कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी ने शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को पूछताछ के लिए 30 अगस्त को तलब किया है.

पंजाब के कोटकपूरा गोलीकांड की जांच कर रही एसआईटी ने शिरोमणि अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल को पूछताछ के लिए 30 अगस्त को तलब किया है. सुखबीर को पंजाब पुलिस अधिकारी संस्थान, सेक्टर 32, चंडीगढ़ में सुबह 10.30 बजे एसआईटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. एसआईटी का नेतृत्व एडीजीपी लालकृष्ण यादव कर रहे हैं. एसआईटी इससे पहले राज्य के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी से पूछताछ कर चुकी है.

गौरतलब है कि 14 अक्टूबर 2015 को गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों को लेकर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों पर कोटकपूरा और बहिबल कलां में पुलिस ने फायरिंग कर दी थी. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि पुलिस सहित अन्य कई लोग घायल हो गए थे. तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस के तत्कालीन डीजीपी सुमेध सैनी का तबादला कर दिया था और मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए 16 अक्टूबर 2015 को रिटायर्ड जज जस्टिस जोरा सिंह के नेतृत्व में आयोग का गठन किया था. इस आयोग पर जब सिख संगठनों ने सवाल उठाए तो 27 दिसंबर 2015 को सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस मार्कंडेय काटजू के नेतृत्व में एक अन्य जांच आयोग का गठन किया गया. जस्टिस काटजू की रिपोर्ट को फरवरी 2016 में अकाली-भाजपा सरकार ने मानने से इनकार दिया. यही नहीं जस्टिस जोरा सिंह की रिपोर्ट को भी 30 जून 2016 में सरकार ने नकार दिया. कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद 2017 को जस्टिस रणजीत सिंह के नेतृत्व में एक जांच आयोग का गठन कर जांच शुरू की थी. इसके बाद बनी एसआईटी को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है और मामले में हाईकोर्ट के आदेशों पर बनी एसआईटी दोबारा जांच शुरू हुई थी.
बहिबल कलां व कोटकपूरा गोलीकांड की घटनाओं में कार्रवाई की मांग को लेकर करीब आठ माह से इंसाफ मोर्चा चल रहा है. बहिबल कलां में चल रहे मोर्चे से पहले सरकार ने जांच के लिए छह माह का समय मांगा था, लेकिन मोर्चे ने इतना समय देने से इनकार कर दिया था. इंसाफ मोर्चा मान सरकार पर जांच के लिए लगातार दबाव बनाए हुए है. जिसके चलते सुखबीर बादल को एसआईटी ने दोबारा तलब किया है. पिछली सरकार के समय में बनी एसआईटी इस मामले में पूर्व सीएम प्रकाश बादल से भी पूछताछ कर चुकी है.


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