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पंजाब। पंजाब पुलिस ने कुरुक्षेत्र उन्नत विस्फोट उपकरण (IED) मामले के मुख्य आरोपी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर बृहस्पतिवार को एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने का दावा किया। पुलिस ने इनके पास से एक विस्फोटक, दो पिस्तौल, आठ कारतूस और एक बाइक के अलावा 1.5 किलोग्राम वजन का आरडीएक्स युक्त एक आईईडी भी बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में पिछले महीने हरियाणा के कुरुक्षेत्र के शाहाबाद इलाके में आईईडी लगाने का प्रमुख अपराधी भी शामिल है। उसकी पहचान तरनतारन के गांव भट्टल सहज सिंह निवासी नछतर सिंह उर्फ मोती के रूप में हुई है। हरियाणा पुलिस ने अगस्त में अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद के पास से लगभग 1.3 किलोग्राम आरडीएक्स से भरा आईईडी बरामद किया था। पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने यहां बताया कि गिरफ्तार किए गए अन्य दो लोगों की पहचान गांव गंदीविंड निवासी सुखदेव सिंह उर्फ शेरा और तरनतारन के नौशेरा पन्नुआं गांव के हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी के रूप में हुई है।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, डीजीपी ने कहा कि यह पता चला है कि तीनों कनाडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लांडा के सीधे संपर्क में थे और बड़े पैमाने पर जबरन वसूली तथा हथियारों, विस्फोटकों और मादक पदार्थ की सीमा पार तस्करी में शामिल थे। वे पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविंदर सिंह रिंडा के करीबी सहयोगी भी हैं। तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रंजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि विश्वस्त सूचना के बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया और दो पिस्तौल बरामद की। उन्होंने बताया कि बाद में नछतर सिंह के खुलासे पर पुलिस ने तरनतारन के रतटोक गांव के बाहरी इलाके में छिपा एक आईईडी भी बरामद किया। एसएसपी ने कहा कि लांडा-रिंडा गिरोह का लगभग 40-50 लोगों का नेटवर्क है, जिनमें से पुलिस ने पहले ही 25 गुर्गों की पहचान कर ली है और उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। लांडा (33), जो तरनतारन का मूल निवासी है और 2017 में कनाडा भाग गया था, ने मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड (आरपीजी) हमले की साजिश रची थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी लगाने की भी साजिश रची थी। उसे पाकिस्तान स्थित वांछित गैंगस्टर रिंडा का करीबी माना जाता है।
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