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फरीदकोट | गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल अस्पताल में मरीज के परिजनों के साथ सिक्योरिटी गार्डों ने मारपीट की जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। दरअसल मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में देरी करने का आरोप लगायए जिसके बाद यह मामला गर्मा गया।
इस मौके पर पीड़ित परिवार के सदस्य सुरेश कुमार ने पूरी कहानी बताते हुए कहा कि उनकी मां की तबीयत कल शाम अचानक खराब हो गई, जिसके बाद वह उन्हें स्थानीय सिविल अस्पताल ले गए। यहां हालत ज्यादा खराब होने पर डॉक्टरों ने उन्हें गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया, जिन्हें वह इमरजेंसी वार्ड में ले गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो डॉक्टरों ने आधे घंटे तक उनकी बात नहीं सुनी और बाद में इलाज शुरू करने की बजाय टेस्ट करवाने लग गए। मरीज की हालत खराब होने के कारण उन्होंने प्राइवेट तौर पर टेस्ट करवाया ताकि उन्हें जल्द इलाज मिल सके, लेकिन इसी बीच उनकी मां की मौत हो गई। इस संबंध में जब वह डॉक्टर से बात कर रहे थे कि समय पर इलाज क्यों शुरू नहीं किया गया तो डॉक्टर ने आगे कहा कि उन्हें पहले से ही पता था कि मरीज नहीं बचेगा। इसके बाद थोड़ी बहस हो गई। इसी दौरान वहां तैनात सुरक्षा गार्ड आए और उन्हें धक्का देकर बाहर निकालने लगे, जिनके द्वारा उनके साथ मारपीट भी की गई। यहां तक कि गार्डों ने उनके बुजुर्ग पिता की उम्र का ख्याल न करते हुए उन्हें भी पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ वह अपने मरीज की मौत से मानसिक रूप से परेशान थे, दूसरी तरफ अस्पताल स्टाफ का ऐसा व्यवहार बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस संबंध में डॉ. कशिश और सुरक्षा गार्ड करण कुमार ने बताया कि गत शाम करीब 5 बजे महिला मरीज फरीदकोट सिविल अस्पताल से रेफर होकर यहां आई थी। मरीज की तबीयत काफी बिगड़ गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिवार ने पहले डॉक्टर के साथ बदसलूकी की और डॉक्टर को मारने की कोशिश की जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की शिकायत के बाद एस.एस.पी इस संबंध में फरीदकोट को लिखा गया है।
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