पंजाब

कांगड़ा घाटी में नैरोगेज हैरिटेज रेल लाइन जल्‍द होगी बहाल

Ritisha Jaiswal
24 Aug 2022 1:22 PM GMT
कांगड़ा घाटी में नैरोगेज हैरिटेज रेल लाइन जल्‍द होगी बहाल
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उत्‍तर रेलवे (Northern Railway) की ओर से जल्‍द ही पठानकोट-डलहौजी रोड (Pathankot-Dalhousie Road) और नूरपुर रोड-जोगिन्‍दर नगर (Noorpur Road-Joginder Nagar) के बीच रेल सेवाओं को फिर से बहाल क‍िया जाएगा

उत्‍तर रेलवे (Northern Railway) की ओर से जल्‍द ही पठानकोट-डलहौजी रोड (Pathankot-Dalhousie Road) और नूरपुर रोड-जोगिन्‍दर नगर (Noorpur Road-Joginder Nagar) के बीच रेल सेवाओं को फिर से बहाल क‍िया जाएगा. इसको लेकर जोनल रेलवे की ओर से योजना तैयार की जा रही है. राज्‍य प्राधिकारियों के साथ परामर्श करके नुरपुर रोड और डलहौजी रोड़ के बीच सड़क संपर्क स्‍थापित करके कुछ सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई जा रही है. साथ ही रेल सेवाओं के चरणबद्ध और सेक्‍शनवार परिचालन की समय-सारणी नियत अवधि में जारी की जाएगी.

इस मामले को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्‍व‍िनी वैष्‍णव (Rail Minister Ashwini Vaishnaw) की अध्‍यक्षता में मीट‍िंग भी हुई है. उन्‍होंने रेल सेवाओं की बहाली और पुल सं. 32 की मरम्‍मत/पुनर्निर्माण के लिए बनाई गई कार्य-योजना पर उत्‍तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं अन्‍य संबंधित अधिकारियों के साथ व‍िस्‍तार से चर्चा भी की है और इन सेवाओं को शीघ्रातिशीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं
बताते चलें क‍ि कांगड़ा घाटी रेलवे, पठानकोट-नूरपुर-कांगड़ा-बैजनाथ पपरौला-जोगिन्‍दर नगर से नैरोगेज रेल संपर्क उपलब्‍ध कराती है. इस मानसून सत्र में, कांगड़ा घाटी में अभूतपूर्व भारी वर्षा हुई. इसके परिणामस्‍वरूप भू-स्‍खलन, चट्टानों का खिसकना और बादल फटने के कारण बाढ़ जैसी स्‍थिति पैदा हो गई, जिसके कारण यह रेलवे लाइन बुरी तरह प्रभावित हुई. सुरक्षात्‍मक उपाय के रूप में और आकस्‍मिक बाढ़ के इतिहास को मद्देनजर रखते हुए इस रेल लाइन पर रेलगाड़ियों का परिचालन 14 जुलाई, 2022 से स्‍थगित करना पड़ा था.
चक्‍की नदी पर डलहौजी रोड़ और नूरपुर के बीच एक पुल संख्‍या 32 है. गत 31 जुलाई को चक्‍की नदी में आकस्‍मिक बाढ़ के फलस्‍वरूप पुल के ढांचे को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाए गए आधारों और खम्‍बा संख्‍या 3 को क्षति पहुंची. बाढ़ के कारण इस पुल के खम्‍बा संख्‍या 3 के ऊपरी वैल कैप पर दरारें आ गईं. पिछले कुछ सालों में चक्‍की नदी के तल की डी-ग्रेडिंग और नदी के बैड लेवल के तेजी से नीचे चले जाने के कारण यह घटना घटी.


उत्‍तर रेलवे के महाप्रबंधक ने 16 अगस्‍त, 2022 को इस संबंध में पंजाब के मुख्‍य सचिव के साथ एक बैठक की थी. इस रेल सेक्‍शन पर मरम्‍मत कार्यों को सुचारू रूप से करने के लिए उत्‍तर रेलवे के महाप्रबंधक की ओर से हिमाचल प्रदेश के मुख्‍य सचिव के साथ भी एक बैठक करने का अनुरोध किया गया था.


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