पंजाब

जाली NOC के मामले में हो सकता है बड़ा खुलासा, कई कर्मचारी रडार पर

Shantanu Roy
10 Sep 2022 3:25 PM GMT
जाली NOC के मामले में हो सकता है बड़ा खुलासा, कई कर्मचारी रडार पर
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अमृतसर। एकतरफ जहां जाली एन.ओ.सीज का मामला ना सिर्फ रजिस्ट्री दफ्तर बल्कि पूरे जिला प्रशासन के लिए सिरदर्द बन चुका है तो वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच कर रहा एक सरकारी विभाग जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकता है। विभाग को पुख्ता सूचना मिल चुकी है कि जाली एन.ओ.सी. तैयार करने वाला गैंग कौन चला रहा है और इस गैंग का सरगना कौन है? हालांकि विभाग इस मामले की पूरी गहराई तक जाना चाहता है। खुद सब-रजिस्ट्रार वन नवकीरत सिंह रंधावा, सब-रजिस्ट्रार टू जसकरणजीत सिंह और सब-रजिस्ट्रार थ्री बीरकरण सिंह ढिल्लों के अलावा जिला मैजिस्ट्रेट एंव डिप्टी कमिशनर हरप्रीत सिंह सूदन इस मामले की सख्ती के साथ जांच करने संबंधी सिटी पुलिस को लिखित रूप से निर्देश दे चुके हैं। इसी मामले में डीड राइटर्स एसोसिएशन अमृतसर के जिला प्रधान नरेश शर्मा भी पहले ही खुलासा कर चुके हैं।
यदि इमानदारी के साथ जाली एन.ओ.सी. मामले की जांच की जाए तो एक दो या तीन नहीं, बल्कि सैकड़ों की संख्या में जाली एन.ओ.सी. मिलेंगी। रजिस्ट्रेशन अधिकारियों को जाली एन.ओ.सी. गैंग ने चकमा देने का प्रयास किया है और काफी हद तक इसमें सफल भी रहा है लेकिन गैंग को यह पता नहीं था कि रजिस्ट्री होने के बाद भी जाली एन.ओ.सीज की जांच हो सकती है। जाली एन.ओ.सीज मामले पर नजर डालें तो पता चला है कि अभी तक रजिस्ट्री दफ्तर वन और रजिस्ट्री दफ्तर टू में कुल 16 जाली एन.ओ.सीज पकड़ी जा चुकी हैं। रजिस्ट्री दफ्तर वन में 9, जबकि टू में 7 जाली एन.ओ.सी. पकड़ी जा चुकी हैं। अभी तक रजिस्ट्री दफ्तर टू की तरफ से अपनी सारी रजिस्ट्रियों की एन.ओ.सीज नगर निगम व पुड्डा को जांच के लिए नहीं भेजी गई हैं। रजिस्ट्री दफ्तर थ्री की तरफ से संबंधित विभागों को सौंपी गई लगभग 345 एन.ओ.सीज की रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है, जबकि यह पूरी संभावना है कि रजिस्ट्री दफ्तर थ्री में भी बड़ी संख्या में जाली एन.ओ.सी पकड़ी जाएंगी।
रिकार्ड टैंपरिंग में फंस चुके हैं कई कर्मचारी
सरकारी दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ व टैंपरिंग करने के मामले में डी.सी. दफ्तर सहित कई अलग-अलग विभागों के कर्मचारी फंसते रहे हैं। उन्हें समय-समय पर या तो नौकरी से डिसमिस किया जाता रहा है या फिर सस्पैंड कर दिया जाता रहा है, लेकिन कुछ कर्मचारी अभी भी अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं जो प्रशासन के रडार पर हैं।
सरकारी मिलीभगत के साथ तकनीकी माहिरों की टीम
जानकारी मिली है कि जाली एन.ओ.सीज तैयार करने में कुछ सरकारी कर्मचारियों व एक गैंग की मिलीभगत है। यह ऐसा गैंग है जो दस्तावेजों को स्कैन करने में इतना माहिर है कि पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. भी जाली भारतीय करंसी इतनी सफाई से नहीं बना सकती जैसा कि यह रजिस्ट्री के साथ लगने वाले दस्तावेजों को स्कैन करके टैंपरिंग करता है।
ज्यादातर पुरानी मैनुअल एन.ओ.सीज भी निकल रही जाली
पिछले कुछ महीनों से तो जाली एन.ओ.सीज पकड़ी ही जा रही हैं, वहीं जिन लोगों के पास पिछले 7 से 10 वर्ष पुरानी मैनुअल एन.ओ.सीज हैं, वह भी ज्यादातर मामलों में जाली पाई जा रही हैं। पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान बड़ी संख्या में मैनुअल एनओसी लोगों को दी गई थी। लेकिन इसका रिकॉर्ड संबंधित विभागों के पास नहीं है, क्योंकि कुछ दफ्तरों को किसी दूसरे दफ्तर में शिफ्ट कर दिया गया था।
जांच रिपोर्ट आने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा
अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने कहा कि जाली एन.ओ.सीज की जांच रिपोर्ट आने पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह प्राइवेट कर्मचारी हो या फिर सरकारी कर्मचारी किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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