पंजाब

टकसाली नेताओं की अनदेखी निगम चुनावों में भी ले डूबेगी कांग्रेस को

Shantanu Roy
19 Oct 2022 4:13 PM GMT
टकसाली नेताओं की अनदेखी निगम चुनावों में भी ले डूबेगी कांग्रेस को
x
बड़ी खबर
जालंधर। पंजाब विधानसभा चुनाव हार चुकी कांग्रेस में टकसाली नेताओं की अनदेखी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। यही कारण है कि आम आदमी पार्टी के पंजाब की सत्ता पर काबिज होने के बाद से कई टकसाली कांग्रेसी नेता और पार्षद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं और बहुत से नेता अभी भी आम आदमी पार्टी में शामिल होने का मौका तलाश रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर हुए मतदान में देशभर से करीब 9900 डेलीगेट्स में पंजाब से 172 डेलीगेट्स बनाए गए थे। भाई-भतीजावाद के चलते 172 डेलीगेट्स से कई डेलीगेट्स विधायकों और पूर्व विधायकों के युवा रिश्तेदार शामिल हैं, जो कांग्रेस अध्यक्ष के लिए मतदान के बाद सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें अपलोड कर रहे हैं। ऐसी ही तस्वीरें अपलोड होने के बाद से टकसाली नेताओं में रोष पनपने लगा है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि पंजाब विधानसभा चुनावों में हार के बाद भी कांग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सारी उम्र कांग्रेस कार्यकर्त्ता के रूप में लगा दी लेकिन अभी तक उन्हें बनता सम्मान नहीं मिला। हालांकि दूसरी पार्टियों से आने वाले नेताओं के कांग्रेस सरकार के समय रेवड़ियों की तरह चेयरमैनियां तक बांटी गईं।
विकास कार्य होंगे चुनावी मुद्दा
भले ही शहर के हालात कुछ भी हों लेकिन कांग्रेसी उम्मीदवारों द्वारा निगम चुनाव विकास कार्यों के दम पर लड़े जाएंगे। कांग्रेसी पार्षदों का दावा है कि उनकी पार्टी के कार्यकाल में शहर में सड़कों के विकास पर 4 अरब रुपए के करीब पैसा खर्च किया गया है। इसके अलावा 120 फुटी रोड और प्रीत नगर में स्टॉर्म सीवर प्रोजैक्ट भी बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है, जबकि सरफेस वाटर प्रोजैक्ट की शुरूआत को भी कांग्रेसी अपनी उपलब्धि गिना रहे हैं। इसके साथ ही यह भी कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को सत्ता में आए 7 महीने बीत चुके हैं, मगर जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है शहर में कोई नया प्रोजैक्ट को क्या लाना था, पहले से चल रहे विकास कार्यों पर भी विराम लगा दिया है।
'आप' जीती तो नॉर्थ विधानसभा हलके से होगा निगम का नया मेयर
आम आदमी पार्टी नेता नगर निगम चुनावों में जीत को लेकर पूरी तरह से आशान्वित हैं और चुनावों में उम्मीदवार उतारे जाने के लिए सर्वेक्षण शुरू हो चुका है। अभी आम आदमी पार्टी में उन पार्षदों को शामिल किया गया है जिनके सहारे 'आप' जालंधर शहर की 2 सीटें जीती है, जबकि कई और पार्षद पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार बैठे हैं। इन पार्षदों को फिलहाल पार्टी की तरफ से समय का इंतजार करने के लिए कहा गया है। मौका आने पर पार्टी द्वारा पत्ते खोले जाएंगे। जहां तक नगर निगम जालंधर के अगले मेयर की बात है तो नॉर्थ विधानसभा हलके में कांग्रेस का वर्चस्व खत्म करने के लिए इसी हलके से आम आदमी पार्टी अगला मेयर दे सकती है। इसके चलते अभी से कुछ नेताओं ने अंदरखाते जोड़-तोड़ शुरू कर दी है।
Next Story